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Gujarat Assembly Election 2022: प्राचीन नगरी पाटण विधानसभा सीट का क्या है चुनावी समीकरण?

पाटण विधानसभा सीट पर 2017 में किरीट पटेल ने जीत हासिल की थी. वे कांग्रेस के विधायक हैं. इस सीट पर 2002 में आनंदीबेन पटेल ने जीत हासिल की थी. जीत के बाद आनंदी बेन पटेल को गुजरात में सड़क परिवहन के साथ साथ शिक्षा मंत्री की भी जिम्मेदारी सौंपी गई थी.

गुजरात विधानसभा चुनाव (प्रतीकात्मक फोटो) गुजरात विधानसभा चुनाव (प्रतीकात्मक फोटो)
गोपी घांघर
  •  पाटण,
  • 11 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 4:59 PM IST

आज हम बात कर रहे हैं गुजरात की पाटण विधानसभा सीट की. यहां की बनने वाली रेवड़ी देश और दुनिया में जानी जाती है. वहीं, देश के प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी गुजरात चुनाव से पहले 'रेवड़ी कल्चर' को देश के लिए खतरा बता रहे है. उन्होंने कहा था कि कुछ पार्टियां देश में 'रेवड़ी कल्चर' को बढ़ावा देने की कोशिश कर रही हैं. सभी को मिलकर रेवड़ी कल्चर की सोच को हराना है, ये रेवड़ी कल्चर देश के विकास के लिए बहुत घातक है.

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पाटीदार आंदोलन से इस सीट पर कांग्रेस के किरीट पटेल को जीत मिली थी. क्या फिर से कांग्रेस के किरीट पटेल जीत हासिल कर पाएंगे? पाटण शहर में बनी रानी की वाव और पाटण के पटोला देश और दुनिया में मशहूर हैं. यहां देवडा गाजर और खाने की रेवड़ी भी काफी प्रचलित हैं. 100 रुपये के नोट पर रानी की वावडी का चित्र जारी किया तो पाटण को देश और दुनिया में नई पहचान मिली. 

राजनीतिक समीकरण

पाटण विधानसभा सीट पर सालों से ठाकोर और पाटीदार समाज के मतदाता का दबदबा रहा है. अभी के विधायक भी पाटीदार समाज से आते है. पाटण की इस सीट से पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल भी 2007 में बतौर विधायक चुनाव जीत चुकी हैं. 1998 से इस सीट पर बीजेपी का दबदबा था. वहीं, पाटीदार आंदोलन के समय 2017 के चुनाव में कांग्रेस के किरीट पटेल ने जीत हासिल की थी. 

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मतदाताओं के आंकड़े 

5 जनवरी को 2022 के मतदान सूची के मुताबिक 156,595 पुरुष, 146267 महिला और 12 ट्रांस जेन्डर वोटर हैं. कुल मिलाकर 302,874 वोटर हैं. जाति समीकरण को देखें तो पाटन सीट पर सबसे ज्यादा 65 हजार ठाकोर वोटर, 40 हजार पाटीदार वोटर, 30 हजार दलित, 22 हजार मालधारी (देसाई) वोटर, 17 हजार मुस्लिम, 14 हजार प्रजापति और 12 हजार देवीपूजक समाज के मतदाता है. 

पाटण विधानसभा सीट पर 2002 में आनंदीबेन पटेल ने जीत हासिल की थी. इनके कुल 49,755 वोट मिले थे और कांग्रेस के उम्मीदवार कांतिलाल पटेल को 46,173 वोट मिले थे. जीत के बाद आनंदी बेन पटेल को गुजरात में बतौर मंत्री देकर सड़क परिवहन के साथ साथ शिक्षा मंत्री की भी जिम्मेदारी सौंपी गयी थी.

वहीं, 2007 विधानसभा चुनाव में आनंदीबेन पटेल ने 6,004 वोट से जीत हासिल की थी. दो बार इस सीट से चुनाव जीतने वाली आनंदीबेन पटेल ने शिक्षा मंत्री समेत सड़क और परिवहन की जिम्मेदारी संभाली थी. 2017 में इस सीट से कांग्रेस के किरीट पटेल ने जीत हासिल की थी. इसके बाद से उन्होंने इस सीट पर अच्छी पकड़ बनाई है. 

हालांकि, बीच-बीच में कांग्रेस के विधायक किरीट पटेल को लेकर लगातार ये बात सामने आ रही थी कि वह बीजेपी जॉइन कर सकते हैं. अब तो चुनाव भी पास आ गए हैं. ऐसे में देखना काफी दिलचस्प होगा कि हार्दिक पटेल के करीबी और पाटीदार नेता किरीट पटेल को कांग्रेस टिकट देगी या नहीं?

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