
देश की राजनैतिक पार्टी अपनी साफगोई के कितने भी दावे करें, लेकिन चुनाव आते ही वो अपना असली रंग दिखाना शुरु कर देते हैं. हरियाणा में अलग-अलग राजनैतिक पार्टियों ने ऐसे कई उम्मीदवारों को टिकट दिया है, जिन पर बेहद संगीन धाराओं में मामले दर्ज हैं. ऐसे ही हैं हरियाणा के पलवल जिले की हथीन सीट से बीएसपी उम्मीदवार तैयब हुसैन. इलाके के बाहुबली माने जाने वाले तैयब पर साल 2016 में एक नाबालिग लड़की से रेप करने का मामला सामने आया था.
उस वक्त भी इसको लेकर काफी बवाल मचा था, हालांकि अपने बाहूबल से तैयब हुसैन ने इस मामले को पूरी तरह से दबाने की कोशिश की, लेकिन लड़की का परिवार तमाम धमकियों के बावजूद भी पीछे नहीं हटा और कोर्ट में अपने बयानों पर कायम रहा. इस बीच एक बार तैयब हुसैन के परिवार ने अदालत में अपने बयान दर्ज करा कर लौट रही पीड़ित नाबालिग को अगवा करने की भी कोशिश की. जब पुलिस ने इनको रोकने की कोशिश की तो तैयब के परिवार ने पुलिसवालों के साथ भी मारपीट की.
तैयब का डीएनए सैंपल लेने का आदेश
पीड़िता के भाई के मुताबिक, इस मामले को उसके अंजाम तक ले जाने के लिए वो कुछ भी करेंगे. हालांकि उनकी आर्थिक स्थिति बेहद खराब है और समाज में भी मामले को लेकर उनके परिवार की बेहद बदनामी हुई है. बावजूद इसके वो मामले को हाईकोर्ट तक ले गए हैं और अब चंडीगढ़ हाईकोर्ट ने पुलिस को आदेश दिए हैं कि वो आरोपी तैयब का डीएनए सैंपल ले ताकि उसका मिलान पीड़िता के कपड़ों पर मिले सबूतों से किया जा सके.
अश्लील ऑडियो हुआ था वायरल
तैयब ने साल 2014 में भी बीएसपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन वो बड़े अंतर से चुनाव हार गए. केवल यही नहीं तैयब हुसैन का एक ऑडियो क्लिप भी वायरल हुआ है, जिसमें वो एक महिला के साथ अश्लील बातें कर रहा है और इस ऑडियो में वो एक दलित लड़की के बारे में जातिसूचक शब्द भी कह रहा है.
तैयब ने खारिज किए आरोप
ऐसे में सवाल ये उठता है कि दलितों के नाम पर वोट मांगने वाली बसपा एक ऐसे शख्स को अपना उम्मीदवार कैसे बना सकती है, जो दलितों के बारे में ऐसे शब्दों का इस्तेमाल कर रहा हो. हालांकि इस मामले में आरोपी तैयब हुसैन के मुताबिक ये पूरा मामला राजनैतिक है और उनके विरोधी उसे फंसाने के लिए ये साजिश कर रहे हैं.