
मुस्लिम नेताओं को चुनाव में मौका न देने का आरोप झेलने वाली भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में अपनी इस छवि को बदलने की कोशिश की है और पार्टी ने मुस्लिम बहुल मेवात में दो मुसलमानों को टिकट दिए हैं. फिरोजपुर झिरका सीट से बीजेपी ने नसीम अहमद को मौका दिया है, जबकि नूंह सीट से जाकिर हुसैन को उतारा गया है.
मेवात क्षेत्र में आने वाली ये वो विधानसभा सीटें हैं जहां से मुस्लिम प्रत्याशी के अलावा कभी किसी को जीत नहीं मिल सकी है. इसकी खास वजह यहां की मुस्लिम आबादी है. पूरे राज्य में करीब 7.2% मुस्लिम वोटर्स हैं, जबकि मेवात में 70 फीसदी के करीब मुस्लिम आबादी है. ऐसे में बीजेपी ने भी इस बार मुस्लिम चेहरों पर दांव लगाया है. सिर्फ इतना ही नहीं, बीजेपी ने जिन नेताओं को टिकट दिए हैं, उनका इलाके में खासी पकड़ समझी जाती है.
फिरोजपुर से नसीम अहमद के सहारे बीजेपी
फिरोजपुर झिरका विधानसभा सीट मेवात की बेहद अहम सीट मानी जाती है और बीजेपी ने यहां से नसीम अहमद को टिकट दिया है. नसीम अहमद ने इस सीट से 2014 का विधानसभा चुनाव इनेलो (INLD) के टिकट पर जीता था. इससे पहले 2009 में भी नसीम अहमद INLD के टिकट पर ही इस सीट से जीते थे. यानी इस सीट से लगातार दो बार से इनेलो के टिकट पर जीत दर्ज करते आ रहे नसीम अहमद अब बीजेपी प्रत्याशी के रूप में किस्मत आजमा रहे हैं.
नसीम अहमद ने बीजेपी को क्यों चुना?
बीजेपी प्रत्याशी नसीम अहमद ने aajtak.in से बातचीत में बीजेपी ज्वाइन करने की वजह भी बताई है. उन्होंने कहा कि बीजेपी एक ऐसी पार्टी जो मुद्दों पर चुनाव लड़ती है और खट्टर सरकार ने हरियाणा और खासकर मेवात के लिए काफी काम किया है. मुस्लिम समाज की बीजेपी से दूरी के बारे में जो बात अक्सर की जाती हैं, उससे कैसे आगे बढ़ पाएंगे, इस सवाल पर नसीम अहमद ने कहा कि जब तक आप किसी के नजदीक नहीं जाते हैं, तब तक उनके बारे में कही गई बातें ही आपको सही लगती हैं. नसीम अहमद ने कहा कि बीजेपी को लेकर जो धारणा है, वो बेबुनियाद की उपज है और हकीकत इससे अलग है.
क्या मॉब लिंचिंग-तीन तलाक हैं मुद्दे?
मुस्लिम बहुल विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के टिकट पर चुनावी मैदान में उतरे नसीम अहमद से जब सवाल किया गया कि क्या उनके इलाके में जनता के लिए मॉब लिंचिंग और तीन तलाक के मुद्दे हैं, इस पर उन्होंने जवाब दिया कि मेवात वो जगह है कि जहां कभी सांप्रदायिक दंगे नहीं होते है और न ही यहां मॉब लिंचिंग जैसी कोई घटना हुई है. नसीम अहमद ने स्पष्ट कहा कि मेवात की जनता को विकास की जरूरत है और यही वजह हर धर्म के लोग बीजेपी को समर्थन देने का मूड बना चुके हैं. लिहाजा, यहां तीन तलाक या मॉब लिंचिंग जैसा मुद्दा नहीं है.
मेवात में बनेगा इतिहास
मेवात में क्या इस बार बीजेपी का कमल खिल पाएगा, इस सवाल पर नसीम अहमद काफी आश्वस्त दिखे. उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार ने मेवात के लिए काफी काम किया है. ऐसे में उन्हें पूरी उम्मीद है कि मेवात में इस बार इतिहास बनेगा और बीजेपी को यहां जीत मिलेगी.
हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों पर 21 अक्टूबर को मतदान होना है, जिसके बाद 24 अक्टूबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे.