
हिमाचल प्रदेश की कारसोग अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट है. करसोग से बीजेपी उम्मीदवार हीरा लाल ने चुनाव जीत लिया. उनका मुकाबला कांग्रेसी दलित नेता मनसा राम से था. इस सीट से मनसा राम का यह 11 वां चुनाव था. कारसोग सीट से कुल 9 उम्मीदवार मैदान में उतरे थे.
अभ्यर्थी | दल का नाम | मत |
हीरा लाल | भारतीय जनता पार्टी | 22102 |
मनसा राम | इंडियन नेशनल कांग्रेस | 17272 |
मस्त राम | निर्दलीय | 5675 |
भगत राम | निर्दलीय | 2702 |
पवन कुमार | निर्दलीय | 990 |
भगवन्त सिंह | निर्दलीय | 842 |
मेहर सिंह खुखलिया | राष्ट्रीय आज़ाद मंच | 521 |
अनीता उर्फ नीतू | निर्दलीय | 362 |
चमन लाल | बहुजन समाज पार्टी | 309 |
इनमें से कोई नहीं | इनमें से कोई नहीं | 674 |
करसोग में फिलहाल कांग्रेस का कब्जा है. ये क्षेत्र कांग्रेस के लिए काफी मजबूत रहा है जबकि करसोग में बीजेपी पिछले 3 विधानसभा चुनावों में निराशा ही हाथ लगी है. कांग्रेस के सिटिंग एमएलए 76 साल के मनसा राम फिर से अपनी दावेदारी ठोंक रहे हैं, वहीं मैदान में बीजेपी के साथ बहुजन समाज पार्टी और राष्ट्रीय आजाद मंच भी हैं. साथ ही इस सीट पर 5 निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं. बीएसपी से चमन लाल, राष्ट्रीय आजाद मंच से मेहर सिंह खुखलिया उम्मीदवार हैं जबकि निर्दलीय उम्मीदवारों में अनीता, पनव कुमार, भगत राम, भगवंत सिंह, मस्त राम चुनाव लड़ रहे हैं. 2012 विधानसभा चुनाव की बात करें तो कारसोग में कांग्रेस के उम्मीदवार मनसा राम ने बीजेपी के उम्मीदवार हीरा लाल को हराया था. मनसा राम को 18978 वोट हासिल हुए थे जबकि हीरा लाल को 14646 वोट मिले थे.
करसोग में बीजेपी ने 51 साल के हीरा लाल को उतारा है. हीरा लाल इसके पहले करसोग से 2007 में निर्दलीय विधायक रह चुके हैं. बीजेपी इसके पहले करसोग में 1985 और 1990 के विधानसभा चुनावों में जीती थी, उसके बाद से बीजेपी को वोटरों ने निराश ही किया है. पिछले 5 विधानसभा चुनावों में बीजेपी दूसरे स्थान पर आकर सिमट जाती है.