
हिमाचल प्रदेश के जीते हुए कांग्रेस विधायकों को चंडीगढ़ में इकट्ठा किया जाएगा. कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, पहले चंड़ीगढ़ में जीते हुए विधायकों की पहले यहां मीटिंग होगी और उसके बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी. विधायकों को राजस्थान या छत्तीसगढ़ में भी शिफ्ट किया जा सकता है. कांग्रेस ने विधायकों को लाने-ले जाने की जिम्मेदारी हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को सौंपी है.
इस बीच खबर आ रही है कि कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला चंडीगढ़ जा रहे हैं और सभी विधायकों को चंडीगढ़ बुलाया गया है. बताया जा रहा है कि सभी विधायकों को रायपुर ले जाया जा सकता है. छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि मैं हिमाचल प्रदेश जाऊंगा क्योंकि वहां का पर्यवेक्षक था. बघेल ने कहा कि अपने साथियों को संभाल कर रखना होगा क्योंकि बीजेपी कुछ भी कर सकती है.
कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला चंडीगढ़ में हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा की कोठी पर छत्तीसगढ़ सीएम भूपेश बघेल के साथ मीटिंग करेंगे. उसके बाद हिमाचल में जीते हुए कांग्रेस विधायकों को चंडीगढ़ या शिमला में विधायक दल की मीटिंग करने के बारे में फ़ैसला लिया जाएगा. सूत्रों के मुताबिक़ विधायकों को चंडीगढ़ पहुंचने के लिये तैयार रहने को कह दिया गया है.
छत्तीसगढ़ नहीं जाएंगे कांग्रेस विधायक: हुड्डा
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि हिमाचल के सभी विधायक चंडीगढ़ में मिलेंगे, लेकिन विधायकों को छत्तीसगढ़ ले जाने का कोई प्लान नहीं है. इसके साथ ही हुड्डा ने कहा कि हिमाचल चुनाव के नतीजों का असर हरियाणा पर भी पड़ेगा.
चर्चा के बाद लिया जाएगा सीएम का फैसला: राजीव शुक्ला
राजीव शुक्ला ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश की जनता के लिए हम विकास के वह सभी काम करेंगे, जिनकी वजह से जनता त्रस्त थी. सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी की जितनी सराहना करें, वह कम हैं. वहीं इस दौरान राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का असर बहुत था. इस दौरान शुक्ला ने कहा कि हम कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे ने हमें फैसला लेने की आजादी दी थी जिस तरह से उन्होंने सहयोग किया उनके आभारी हैं. हम हिमाचल की जनता और कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देते हैं. इसके साथ ही पर्यवेक्षक भूपेश बघेल ने भी सहयोग दिया. सचिन पायलट ने जबरदस्त कैंपेन किया. अशोक गहलोत ने भी खूब समर्थन दिया. इसके अलावा भूपेंद्र सिंह हुड्डा हमारे पर्यवेक्षक थे. हम अभी हिमाचल जा रहे हैं कौन होगा सीएम इसका फैसला आपस में चर्चा के बाद लिया जाएगा. विधायक यह फैसला आलाकमान पर छोड़ेंगे.
बहुमत से बनेगी सरकार: विक्रमादित्य
वहीं हिमाचल में कांग्रेस सीएम पद के दावेदारों में से एक विक्रमादित्य सिंह ने कहा है कि प्रदेश में पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएंगे और हमारी सरकार 5 साल चलेगी. उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि हमें अपने दोस्तों का ख्याल रखना होगा क्योंकि बीजेपी कुछ भी कर सकती है और किसी भी स्तर पर जा सकती है. पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे और शिमला से विधायक विक्रमादित्य ने कहा कि हिमाचल में मेघालय और गोवा जैसे हालात नहीं बनने देंगे. चुनावी नतीजों के तुरंत बाद विधायकों को सुरक्षित जगह पर ले जाया जाएगा. हिमाचल की भूमि पर हॉर्स ट्रेडिंग नहीं होने दी जाएगी. चाहे बीजेपी कोई भी प्लान बना ले, एजेंसियों का इस्तेमाल कर ले, या फिर खरीद फरोख्त की कोशिश कर ले. हम हर हाल में अपने विधायकों को सुरक्षित रखेंगे.
बता दें, हिमाचल प्रदेश की सियासी जमीन पर ट्रेंड रहा है कि यहां हर पांच साल में सत्ता बदल जाती है. साढ़े तीन दशक से हर पांच साल पर सत्ता परिवर्तन का ट्रेंड रहा है. पांच साल पहले बीजेपी ने कांग्रेस को सत्ता से उखाड़ फेंका था. अब एक बार फिर से कांग्रेस कमबैक करती नजर आ रही है.