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झारखंड: विधानसभा स्पीकर रहे आलमगीर के लिए पाकुड़ में प्रियंका गांधी करेंगी रैली

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी झारखंड विधानसभा चुनाव के पांचवें व आखिरी चरण के चुनाव प्रचार के आखिरी दिन साहेबगंज जिले की पाकुड़ से कांग्रेस प्रत्याशी आलमगीर आलम के पक्ष में  बरहड़वा में जनसभा को संबोधित करेंगी. यह इलाका कांग्रेस और आलमगीर आलम का मजबूत गढ़ माना जाता है.

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (फोटो-INC) कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (फोटो-INC)
सत्यजीत कुमार
  • रांची,
  • 18 दिसंबर 2019,
  • अपडेटेड 9:45 AM IST

  • प्रियंका गांधी की झारखंड में आज रैली
  • कांग्रेस नेता आलमगीर के पक्ष में रैली

झारखंड की सियासी जंग में कांग्रेस के चुनावी अभियान को धार देने के लिए पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी उतर रही हैं. प्रियंका विधानसभा चुनाव के पांचवें व आखिरी चरण के चुनाव प्रचार के आखिरी दिन साहेबगंज जिले की पाकुड़ से कांग्रेस प्रत्याशी आलमगीर आलम के पक्ष में  बरहड़वा में जनसभा को संबोधित करेंगी.

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झारखंड विधानसभा चुनाव में पहली बार प्रियंका गांधी किसी नेता के लिए प्रचार करेंगी. प्रियंका गांधी झारखंड में कांग्रेस के सबसे मजबूत माने जाने वाले गढ़ में चुनावी रैली में मतदाताओं से पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करने की अपील करेंगीं. इस दौरान प्रियंका गांधी रोड शो भी करेंगी. प्रियंका गांधी के साथ कांग्रेस के झारखंड प्रभारी आरपीएन सिंह और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित तमाम कांग्रेसी नेता मौजूद रहेंगे.

पाकुड़ का सियासी संग्राम

झारखंड के पाकुड़ विधानसभा सीट पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधा मुकाबला है. कांग्रेस से एक बार फिर आलमगीर आलम मैदान में हैं, जिनके खिलाफ बीजेपी से बेनी प्रसाद गुप्ता ताल ठोक रहे हैं. पाकुड़ कांग्रेस और आलमगीर का मजबूत गढ़ माना जाता है. पिछले कई चुनाव से लगातार आलमगीर जीत का परचम लहराते आ रहे हैं. झारखंड विधानसभा के स्पीकर भी रह चुके हैं.

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आलमगीर का एकछत्र राज

साल 2000 में हुए विधानसभा चुनाव में आलमगीर ने बीजेपी के बेनीप्रसाद गुप्ता को मात दिया था. इसके बाद साल 2005 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के आलमगीर का मुकाबला जेएमएम के अकील अख्तर से हुआ था और जिनमें आलमगीर जीत दर्ज करने में कामयाब रहे.

इसके बाद 2009 और 2014 के विधानसभा चुनाव में भी आलमगीर और अकील अख्तर के बीच मुकाबला हुआ, जिसमें आलमगीर ही भारी पड़े. इस तरह से आलमगीर के सामने कोई टिक नहीं पाया है अब तक. जबकि, इस बार कांग्रेस और जेएमएम मिलकर चुनावी मैदान में हैं, ऐसे में आलमगीर के दुर्ग को भेदना बीजेपी के लिए आसान नहीं है.

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