
कर्नाटक में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस ने 218 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया चामुंडेश्वरी सीट से चुनाव लड़ेंगे. उनके बेटे यतींद्र को वरुणा विधानसभा सीट से टिकट मिला है. इसके अलावा मल्लिकार्जुन खडगे के बेटे और मौजूदा विधायक प्रियांक खडगे को चैतपुर सीट से टिकट दिया गया है.
पांच सीटों पर बना है सस्पेंस
कर्नाटक में 224 विधानसभा सीटें हैं और कांग्रेस ने पांच सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान नहीं किया है. एक सीट पर एंग्लो-इंडियन उम्मीदवार का मनोनयन किया जाएगा. बीजेपी एक हफ्ते पहले ही कर्नाटक चुनाव के लिए अपने 72 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर चुकी है. कांग्रेस ने जिन सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान नहीं किया है, उनमें सिंगडी, नागथन, मेलूकोटे, कित्तूर, रायचूर और शांतिनगर सीटें शामिल हैं.
30 नेता मांग रहे थे बच्चों के लिए टिकट
कांग्रेस के कम से कम 30 नेता अपने बेटे-बेटियों के लिए टिकट की मांग कर रहे थे, लेकिन इनमें से केवल पांच को ही टिकट मिल सका है. इनमें सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र, रामालिंगा रेड्डी की बेटी सौम्या, कृष्णप्पा के बेटे कृष्ण, शामनुर शिवशंकरप्पा के बेटे एसएस मल्लिकार्जुन, टीबी जयचंद्रा के बेटे संतोष जयचंद्रा और मल्लिकार्जुन खडगे के बेटे प्रियांक खडगे. इनमें से कुछ इस समय भी विधायक हैं.
14 विधायकों का कटा टिकट
कांग्रेस ने 14 मौजूदा विधायकों को टिकट नहीं दिया है और उस संदेश पर अमल करने की कोशिश की है, जिसमें पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा था कि वे कार्यकर्ताओं और काम करने वालों को टिकट देंगे. इस समय सत्तारूढ़ कांग्रेस के पास 122 सीटें हैं, जबकि बीजेपी के पास 43 और जेडीएस के पास 37 सीटें हैं.
ओपिनियन पोल में कांग्रेस सबसे आगे
आपको बता दें कि इंडिया टुडे-कार्वी इनसाइट्स के ओपिनियन पोल में कांग्रेस कर्नाटक में सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभर कर सामने आ रही है, लेकिन बहुमत के आंकड़े से ये फिर भी दर्जन भर सीटों से पीछे रह जाएगी. कार्वी के अनुमान के मुताबिक कांग्रेस को 224 सीटों वाली विधानसभा में 90-101 सीट मिलने जा रही हैं.
किंगमेकर हो सकती है जेडीएस
बीजेपी के 78-86 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर रहने की संभावना जताई गई है. ये आंकड़ा कर्नाटक में सरकार बनाने के आंकड़े से करीब 30 सीट कम है. वहीं, देवेगौड़ा की जेडीएस राज्य में किंगमेकर की भूमिका में सामने आ सकती है. कार्वी का अनुमान है कि जेडीएस कर्नाटक में 34-43 सीट हासिल कर सकती है. कांग्रेस और बीजेपी दोनों को ही अगली सरकार बनाने के लिए जेडीएस की मदद की जरूरत पड़ेगी.