
कर्नाटक में जारी चुनावी संग्राम में कांग्रेस और बीजेपी पूरी तरह से आमने-सामने आ गए हैं. दोनों ही दलों के दिग्गज नेता एक-दूसरे पर सीधा वार कर रहे हैं. कांग्रेस ने चुनाव प्रचार में राहुल गांधी के साथ ही अब सोनिया गांधी को भी चुनाव प्रचार में उतार दिया है.
मंगलवार को कर्नाटक के बीजापुर में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए सोनिया गांधी ने पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पर करारा हमला बोला. उन्होंने कहा कि मोदी पर कांग्रेस मुक्त भारत का जुनून चढ़ा है और उन्हें कांग्रेस मुक्त भारत का भूत लग गया है. इस दौरान सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चार साल पहले किए गए वादों की याद दिलाते हुए सवालों की झड़ी लगा दी.
यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पूछा कि मोदी ने जनता से चार साल पहले किए वादों में से कौन सा वादा पूरा किया? उन्होंने पीएम मोदी से सवाल किया कि इतने समय में देश के किसानों, युवाओं, मध्यम वर्ग, महिलाओं, बच्चियों, दलितों और पिछड़ों के लिए आपने क्या किया?
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने भ्रष्टाचार पर भी पीएम मोदी पर तंज कसा. उन्होंने सवाल किया कि करप्शन मिटाने के आपके सबसे पसंदीदा वादे का क्या हुआ? चार साल बाद भी आखिरकार लोकपाल क्यों नहीं लाया गया? पीएम मोदी के साथ बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पर निशाना साधते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि मोदी करप्शन मिटाने के लिए कर्नाटक में जो मंच पर ईर्द-गिर्द रहते हैं, उनका मॉडल अपनाएंगे या फिर अपने सबसे करीबी साथी के बेटे का मॉडल अपनाएंगे?
दो साल बाद चुनाव प्रचार करने उतरीं सोनिया गांधी
यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी करीब दो साल बाद पहली बार कांग्रेस के लिए चुनाव प्रचार करने मैदान में उतरी हैं. वो उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले तीन अगस्त 2016 को पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में रोड शो करने उतरी थीं. इस दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई थी और उन्हें एयरलिफ्ट कर तुरंत दिल्ली लाया गया था. इसके बाद से वो चुनाव प्रचार से दूरी बनाए हुए थीं.
इस दरम्यान उत्तर प्रदेश, गुजरात, पंजाब सहित कई राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए, लेकिन वो कहीं भी प्रचार करने नहीं उतरीं. इतना ही नहीं, वो अपने संसदीय सीट के तहत आने वाली विधानसभा सीटों पर भी प्रचार करने नहीं गईं, लेकिन अब वो कर्नाटक के सियासी समर में उतर चुकी हैं.