
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह शुक्रवार से कर्नाटक की सियासी रणभूमि में उतरने जा रहे हैं. वे 27 से 30 अप्रैल तक उत्तर कर्नाटक दौरे पर रहेंगे. ये इलाका बीजेपी का मजबूत गढ़ माना जाता है. शाह अपने दौरे के जरिए चुनाव अभियान में ताकत झोकेंगे.
शाह चुनावी अभियान में नई धार के देने के लिए शुक्रवार को पहुंचेंगे. वे चार दिनों तक कर्नाटक में रहेंगे. इस दौरान शाह बेल्लारी, बागलकोट बीजापुर, देवनागरे, चित्रदुर्ग, टुमकुर जिलों में चुनाव प्रचार करेंगे.
उत्तरी कर्नाटक में 12 जिलों की करीब 80 विधानसभा सीटें आती हैं. उत्तर कर्नाटक का इलाका बीजेपी का मजबूत गढ़ माना जाता है. बीजेपी के दिग्गज नेताओं में जगदीश शेट्टर और प्रह्लाद जोशी इसी क्षेत्र से आते हैं. बीजेपी ने पहली बार 1985 में कर्नाटक में 18 सीटें जीती थी, उनमें 11 सीटें उत्तर कर्नाटक से थी. बीजेपी ने 1994 में 11 सीटें, 1999 में 15 सीटें उत्तर कर्नाटक इलाके से जीती थी. बीजेपी ने 2004 के चुनाव में 41 सीटें और 2008 में 56 सीटें उत्तर कर्नाटक से जीतकर अपना सियासी वर्चस्व कायम किया था.
कर्नाटक की सत्ता में उत्तर कर्नाटक का प्रभाव
उत्तर कर्नाटक राज्य की सत्ता को तय करने में अहम भूमिका निभाता रहा है. रामकृष्ण हेगड़े के नेतृत्व में 1985 में बनी जनता पार्टी की सरकार में उत्तर कर्नाटक का अहम रोल रहा. जनता पार्टी को मिली 139 सीटों में से 60 सीटें नार्थ कर्नाटक से जीतकर आई थी. इसी तरह से कांग्रेस ने 1989 में उत्तर कर्नाटक 176 सीटें जीतकर सत्ता में वापसी की तो उसमें भी 68 सीटें उत्तर कर्नाटक की शामिल रहीं.