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कर्नाटक: बेल्लारी की सियासत में खनन माफियाओं का वर्चस्व आज भी कायम

कर्नाटक के बेल्लारी इलाके की सियासत में खनन माफियाओं का वर्चस्व आज भी कायम है. रेड्डी बंधुओं के सहारे बीजेपी जहां कमल खिलाने की जुगत में है. वहीं कांग्रेस ने भी ऐसे ही उम्मीदवार पर दांव लगाया है.

आनंद सिंह और सिद्धारमैया आनंद सिंह और सिद्धारमैया
पॉलोमी साहा
  • विजयनगर ,
  • 04 मई 2018,
  • अपडेटेड 1:01 PM IST

कर्नाटक के बेल्लारी इलाके की सियासत में खनन माफियाओं का वर्चस्व आज भी कायम है. रेड्डी बंधुओं के सहारे बीजेपी जहां कमल खिलाने की जुगत में है. वहीं कांग्रेस ने भी ऐसे ही उम्मीदवार पर दांव लगाया है. इसका साफ संकेत है कि राजनीति में सियासी दलों के लिए भ्रष्टाचार कोई मायने नहीं रखता है बल्कि जीत मायने रखती है. इसीलिए कांग्रेस ने भी रेड्डी बंधुओं के गढ़ बेल्लारी में आने वाली विजयनगर सीट से भ्रष्टाचार और खनन मामले में आरोपी को उम्मीदवार बनाया है.

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बेल्लारी जिले में 9 विधानसभा सीटें आती हैं, जिनमें से एक विजयनगर विधानसभा सीट हैं. ये ऐसी सीट है जहां से बीजेपी का साथ छोड़कर कांग्रेस का दामन थामने वाले आनंद सिंह को मैदान में उतारा है. वे दो बार से विधायक हैं. येदियुरप्पा के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार में पर्यटन मंत्री रहे हैं. इसी साल जनवरी में उन्होंने बीजेपी को सांप्रदायिक पार्टी बताते हुए छोड़ दिया था और कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की थी.

आनंद सिंह ने इंडिया टुडे से विशेष बातचीत में कहा कि बीजेपी से दो बार मैं विधायक रहा, लेकिन पिछले तीन सालों में देश के धर्मनिरपेक्षता की हत्या कर दी गई है. मैं जब से सार्वजनिक जीवन और बीजेपी में रहते हुए टीपू जयंती मनाता आ रहा हूं. इसमें बीएस येदियुरप्पा और जगदीश शेट्टर बकायदा भाग लेते थे. लेकिन बीजेपी का अचानक एजेंडा बदल गया है.

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उन्होंने कहा कि बीजेपी में मेरी बढ़ती ताकत को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे थे. उन्हें लगता था कि मैं प्रभावशाली हो जाउंगा, इसके खिलाफ उल्टे सीधे प्रचार किए जा रहे थे.

गुरुवार को बेल्लारी की रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा किए गए टिप्पणियों के बारे में पूछे जाने पर शर्मा गए. बता दें कि नरेंद्र मोदी ने अवैध खनन मामले के आरोपी रहे रेड्डी बंधुओं को टिकट दिए जाने पर कुछ नहीं बोला, लेकिन कांग्रेस के टिकट दिए जाने पर इशारों इशारों में सवाल खड़ा किया था.

बता दें कि बेल्लारी अवैध खनन मामले में आनंद सिंह को 2015 में लोकायुक्त के एसआईटी ने गिरफ्तार किया  था. आरोप था कि उनकी एसबी खनिज कंपनी के माध्यम से म्यूनर एंटरप्राइजेज नामक फर्म को अवैध रूप से 17086 मैट्रिक टन लौह अयस्क की आपूर्ति की गई थी. आनंद सिंह अपने पुराने दोस्त जनार्दन रेड्डी के साथ जेल  गए थे.

कांग्रेस उम्मीदवार आनंद सिंह ने प्रधानमंत्री के आरोपों पर कुछ नहीं कहा लेकिन अपने आरोपों पर फौरन बचाव किया. उन्होंने कहा कि मेरे खिलाफ कोई एफआईआर नहीं है. मैं अन्य लोगों के मामले में आरोपी हूं, जिनमें से कुछ मामले खत्म हो गए हैं और कुछ चल रहे.

आनंद सिंह का मानना है कि विजयनगर विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले होसापेट इलाके के लोग 12 मई को उन्हें वोट करेंगे. सिंह अपनी जीत के वोट मार्जिन को बेहतर बनाने में जुटे हैं. उन्हें लगता है कि इस पार 75 से 80 हजार से जीत मिलेगी.

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आनंद सिंह मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को राज्य का सबसे बेहतर सीएम बताया और कहा कि उनके दामन भ्रष्टाचार के आरोपों से पाक हैं. वे कहते हैं कि ये बात बीजेपी के लोग भी अंदरुनी तौर पर माने हैं.

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