
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे 15 मई को घोषित हो गए थे, लेकिन अब तक ये तय नहीं हो पाया है कि सत्ता कौन चलाएगा. हालांकि, बीजेपी विधायक बीएस येदियुरप्पा सीएम पद की शपथ ले चुके हैं, लेकिन उनकी पार्टी के पास बहुमत न होने के चलते मामला फंसा हुआ है. आज येदियुरप्पा को सदन के अंदर यह आंकड़ा साबित करना है.
येदियुरप्पा को शाम 4 बजे विधानसभा में अपनी सरकार का बहुमत साबित करना है. इससे पहले विधानसभा सत्र बुलाया गया है. के.जी बोपैया को विधानसभा का प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया है, जो सुबह 11 बजे विधानसभा की कार्यवाही को आगे बढ़ाएंगे.
सभी निर्वाचित विधायकों को विधानसभा में शपथ दिलाई जाएगी. बताया जा रहा है कि यह प्रक्रिया शाम 4 बजे तक चल सकती है. इसके बाद बीएस येदियुरप्पा भाषण देंगे और विधायकों से विश्वास मत की मांग करेंगे. कांग्रेस और जेडीएस विधायक यहां येदियुरप्पा की मांग का विरोध करेंगे.
कांग्रेस और जेडीएस के विरोध के बाद विधानसभा स्पीकर फ्लोर टेस्ट का आदेश देंगे. जिसके बाद बाद सदन में मौजूद विधायक हाथ उठाकर अपना वोट देंगे. येदियुरप्पा के विश्वास मत के पक्ष में हाथ उठाने वाले विधायकों की गिनती की जाएगी और बाद में स्पीकर घोषणा करेंगे कि उनके पास कितने वोट हैं.
विधानसभा के अंदर वोटिंग में अगर येदियुरप्पा को 111 विधायकों का समर्थन मिल जाता है, तो वह मुख्यमंत्री बने रहेंगे. अगर ऐसा नहीं होता है, तो स्पीकर जेडीएस और कांग्रेस गठबंधन को बहुमत साबित करने का मौका दे सकते हैं. फिलहाल, बीजेपी के पास अपने 104 विधायक हैं. ऐसे में बीजेपी के पास जेडीएस और कांग्रेस विधायकों के साथ तिकड़म बैठाने के अलावा कोई और रास्ता नहीं है.