
कर्नाटक में सरकार बचाने और बनाने की जंग के बीच विधायकों को लेकर जोड़तोड़ भी जारी है. कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया है कि उनके विधायक आनंद सिंह को केंद्र सरकार ने कब्जे में रखा हुआ है. गौरतलब है कि इससे पहले पार्टी ने कहा था कि हैदराबाद पहुंचे उनके सारे विधायकों के साथ सिर्फ आनंद सिंह नहीं है. हालांकि, उनके समर्थन की चिट्टी हमारे पास है. लेकिन अब कांग्रेस पार्टी ने आनंद सिंह के केंद्र के चंगुल में फंसे होने का आरोप लगाया है.
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि सभी विधायक एकजुट हैं, साथ हैं. लेकिन गायब विधायक आनंद सिंह के बारे में पूछे जाने पर गुलाम नबी आजाद ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि आनंद सिंह दिल्ली में हैं और केंद्र सरकार के कब्जे में हैं.
सिद्धारमैया ने इस आरोप को आगे बढ़ाते हुए कहा कि आनंद सिंह के खिलाफ केंद्र सरकार ईडी का इस्तेमाल कर रही है. उनका अपहरण कर लिया गया है. सिद्धारमैया ने दावा किया कि जब आनंद सिंह को मुक्त किया जाएगा तो वे हमारे साथ होंगे और कांग्रेस के पक्ष में वोट करेंगे.
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हमें पता है कि कौन सा मंत्री आनंद सिंह के संपर्क में है. उनपर किस तरीके से दबाव बनाया जा रहा है इस बारे में हमारे पास कॉल डिटेल और रिकॉर्ड भी है. जो लोग जेल से छोड़े गए हैं मोदी सरकार द्वारा वे लोग बहुमत जुटाने के लिए विधायकों की खरीद फरोख्त को मैनेज कर रहे हैं. हमारे विधायकों को धमका रहे हैं. हमारे पास इन सब बातों के सबूत हैं और समय आने पर खुलासा करेंगे.
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार कर्नाटक की येदियुरप्पा सरकार को शनिवार शाम 4 बजे तक बहुमत साबित करना है. कर्नाटक विधानसभा में 222 सीटों के लिए चुनाव हुए हैं. यानी बहुमत के लिए 112 सीटों की जरूरत होगी. बीजेपी के 104 विधायक जीतकर आए हैं. जेडीएस के 37 और कांग्रेस के 78 विधायक और 3 अन्य जीत कर आए हैं. यानी बहुमत साबित करने के लिए बीजेपी को अभी भी 8 विधायकों की जरूरत पड़ेगी. लेकिन जेडीएस के कुमारस्वामी दो सीटों से जीतकर विधायक बने हैं. ऐसे में उन्हें एक सीट से इस्तीफा देना पड़ेगा. तो फिर 221 सीट के लिहाज से बीजेपी को 111 सीटों की जरूरत पड़ेगी बहुमत साबित करने के लिए .
बहुमत की जोड़तोड़ के बीच कांग्रेस और जेडीएस ने अपने विधायकों को बस में ले जाकर हैदराबाद के होटल में रखा है. कांग्रेस और जेडीएस का दावा है कि उनके पास 115 विधायक हैं. केवल एक विधायक आनंद सिंह साथ मौजूद नहीं है. हालांकि, उनके समर्थन पत्र का दावा भी कांग्रेस कर रही है.
दूसरी ओर बीजेपी दावा कर रही है कि उसके पास बहुमत है. पार्टी के इस दावे के पीछे कई अटकलें लगाई जा रही हैं. ऐसा तभी हो सकता है जब फ्लोर टेस्ट के दौरान कांग्रेस और जेडीएस के कई विधायक गैरहाजिर रह जाएं. ये संख्या भी कम से कम 14 होनी चाहिए. तभी बहुमत 207 सीटों के आधार पर आंका जाएगा यानी इतने सदस्यों की विधानसभा में उपस्थिति के आधार पर. लेकिन बीजेपी ये स्थिति कैसे बनाएगी इसपर सबकी नजर होगी.