कर्नाटक चुनाव में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच ही माना जा रहा है जबकि जेडीएस तीसरी ताकत के रूप में अपनी सियासी किस्मत आजमा रही है. देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के लिए ये चुनाव काफी अहम है. पंजाब के बाद कर्नाटक देश में कांग्रेस का दूसरा सबसे बड़ा गढ़ बचा हुआ है. इसे जीतकर 2019 के चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी अपनी दावेदारी मजबूती से पेश कर सकेंगे. कर्नाटक में कांग्रेस की जीत या हार से आगे की राजनीति के लिए कांग्रेस के लिए कई स्थितियां उत्पन्न होंगी जिसका पार्टी पर दूरगामी असर होगा.