कर्नाटक की 224 विधानसभा सीटों पर चुनाव प्रचार का शोर अब थम चुका है. 10 मई को वोटिंग है, और 13 मई को कर्नाटक विधानसभा के नतीजे सबसे सामने होंगे. लेकिन कर्नाटक चुनाव के लिए बीजेपी और कांग्रेस ने इस दफा, साम-दाम दंड भेद की राजनीति अपनाई है. और अब गेंद वोटरों के पाले में है. फैसला कर्नाटक की जनता के हाथ में हैं.