लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस प्रवक्ता टॉम वडक्कन गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए. दिलचस्प संयोग था कि गुरुवार को केरल में ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी कैंपेन के लिए पहुंचे थे.
यूपीए चेयरपर्सन सोनिया अध्यक्ष के करीबी माने जाने वाले टॉम वडक्कन ने बीजेपी में शामिल होने के बाद कहा कि वह पुलवामा हमले के बाद कांग्रेस के सेना पर सवाल खड़े किए जाने से आहत थे. उन्होंने कांग्रेस की वंशवाद की राजनीति के लिए भी आलोचना की. टॉम वडक्कन के बीजेपी में शामिल होने की खबर जैसे ही फैली, सोशल मीडिया पर लोग उनके पुराने ट्वीट्स निकालकर सामने आने लगे जिसमें उन्होंने बीजेपी को निशाना बनाया था.
पूर्व कांग्रेसी नेता ने 9 मार्च को ही बीजेपी के खिलाफ ट्वीट किया था और बीजेपी को 'झूठा' कहा था.
वैसे तो वडक्कन के कई पुराने ट्वीट्स खोदकर निकाले गए थे लेकिन उनका एक ट्वीट सबसे ज्यादा वायरल हो गया. दरअसल, वडक्कन ने 3 फरवरी को एक ट्वीट में लिखा था, "बीजेपी में शामिल होते ही आपके सारे पाप धुल जाते हैं."
फरवरी महीने में सीबीआई और ममता बनर्जी सरकार के बीच घमासान मचने के बाद एक पत्रकार ने ट्वीट किया था- शारदा चिटफंड घोटाले में शामिल रहे तृणमूल कांग्रेस के मुकुल रॉय अब बीजेपी में हैं, मगर कोई उनसे सवाल नहीं कर रहा है. इसी ट्वीट पर टॉम वडक्कन ने कहा था- 'एक बार जब आप बीजेपी में शामिल हो जाते हैं तो आपके सारे अपराध धुल जाते हैं.'
ट्विटर पर लोग इसी ट्वीट को लेकर वडक्कन की खिंचाई करने लगे. एक यूजर ने लिखा, "यही वजह है कि आप भी बीजेपी में शामिल हो गए."
वहीं, कुछ यूजर्स ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता को बीजेपी में शामिल होने से पहले कम से कम इन ट्वीट्स को डिलीट कर देना चाहिए था और ट्विटर बायो बदल देना चाहिए था जिसमें अभी भी वह कांग्रेसी हैं.
एक यूजर ने लिखा, टॉम वडक्कन कह रहे हैं कि उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक और सेना पर कांग्रेस के स्टैंड से दुखी होकर पार्टी छोड़ी लेकिन अगर वह अपने पुराने देख लें तो वे तुरंत बीजेपी से इस्तीफा दे देंगे.
एक अन्य यूजर ने लिखा, नेताओं को भी पार्टी बदलने से पहले एक महीने का नोटिस पीरियड सर्व करना चाहिए.
कई यूजर्स ने पूर्व कांग्रेसी नेता को बीजेपी विरोधी पुराने ट्वीट्स डिलीट कर देने की सलाह दे डाली.
टॉम वडक्कन के पुराने ट्वीट को लेकर एक यूजर ने लिखा, एक हफ्ते में क्या हो गया? ये देखकर दुख हो रहा है कि कल तक आप जिस पार्टी की आलोचना कर रहे थे, इसी में शामिल हो गए.