
उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा-आरएलडी गठबंधन को केंद्रीय मंत्री जनरल (रिटा.) वीके सिंह ने सिरे से खारिज करते हुए कहा कि 15 साल से एक दूसरे के खिलाफ इन तीनों पार्टियों के कार्यकर्ता लड़ते रहे हैं. जमीन पर तीनों पार्टियां कैसे अपने कार्यकर्ताओं को एकजुट करेंगी. ऐसे में हमारे लिए गठबंधन कोई चुनौती नहीं है. वीके सिंह ने यह बात आजतक के विशेष कार्यक्रम 'सुरक्षा सभा' के मंच पर कही.
वीके सिंह ने कहा कि गठबंधन तब अच्छा होता है जब उनके 32 गुण मिलते हों, यहां तो एक भी गुण नहीं मिल रहा है. सपा-बसपा के कार्यकर्ता जमीन पर एक दूसरे के खिलाफ हैं. उन्होंने अपने बारे में कहा कि उन्होंने सेना में आने के बाद से ही डर त्याग दिया था. महागठबंधन से भी डर नहीं लगता है लेकिन पत्रकारों-मीडिया से जरूर डर लगता है.
गोरखपुर-फूलपुर और कैराना के नतीजों के सवाल पर उन्होंने कहा कि इन सीटों पर हार की वजह दूसरी हो सकती है. गोरखपुर सीट के बारे में सभी को विश्लेषण करना होगा. क्या हमारा कैंडिडेट ठीक था, क्या वहां के नेताओं की बात सुनी गई, जिसके चलते हमें चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा है.
उन्होंने कहा कि वोट गांव में ज्यादा पड़ते हैं. शहरी वोटर कई वजहों से कम वोट डालता है. जहां कार्यकर्ताओं की तरफ से थोड़ी कमी हो जाती है, वहां हार हो जाती है. हालांकि 2019 के लोकसभा चुनाव में अपनी जीत को लेकर पूरी तरह से कॉन्फिंडेंट दिखे.
रॉबर्ट वाड्रा के गाजियाबाद सीट से चुनाव लड़ने के सवाल पर वीके सिंह ने कहा कि हम चाहते हैं कि वो आएं और चुनाव लड़ें, बड़ा मजा आएगा. दरअसल हाल ही में गाजियाबाद में पोस्टर लगाकर रॉबर्ट वाड्रा से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए गुजरिश की गई है. इन पोस्टर में लिखा हुआ है कि कांग्रेस पार्टी करे पुकार, रॉबर्ट वाड्रा अबकी बार. गाजियाबाद के कौशांबी में मेट्रो स्टेशन के बाहर कुछ पोस्टर देखे गए थे. ये पोस्टर गाजियाबाद यूथ कांग्रेस के द्वारा लगवाए गए थे.