
लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन की खबरें रोजाना नया मोड़ ले रही हैं. शनिवार की सुबह दिल्ली कांग्रेस के नेताओं की राहुल गांधी के साथ बैठक के बाद, दोपहर में अरविंद केजरीवाल ने गठबंधन पर पार्टी एक बैठक की. सूत्रों की मानें तो बैठक के दौरान चर्चा हुई कि आम आदमी पार्टी द्वारा कांग्रेस को कुछ शर्तों के साथ प्रस्ताव भेजे जाने चाहिए.
मुख्यमंत्री आवास में हुई आम आदमी पार्टी की इस बैठक में अरविंद केजरीवाल के साथ मनीष सिसोदिया, गोपाल राय और संजय सिंह की सिर्फ गठबंधन पर बातचीत हुई. बैठक के बाद आम आदमी पार्टी सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस के सामने गठबंधन की दो शर्तें रखी गईं हैं.
सूत्रों के मुताबिक, आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के सामने प्रस्ताव रखा है कि वह दिल्ली और हरियाणा में बराबर लोकसभा सीट शेयर करें. यानि दिल्ली में कांग्रेस 7 में से 3 सीट पर चुनाव लड़ती है तो हरियाणा में भी आम आदमी पार्टी 3 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. 'आप' सूत्रों का कहना है कि अगर इन राज्यों में गठबंधन के लिए कांग्रेस सहमत होती है तभी गठबंधन होगा वरना दिल्ली में भी आम आदमी पार्टी गठबंधन नही करेगी.
आम आदमी पार्टी ने गठबंधन के लिए हरियाणा में फरीदाबाद, गुरुग्राम और करनाल की लोकसभा सीट का प्रस्ताव कांग्रेस को दिया गया है. इसके अलावा आम आदमी पार्टी की दूसरी शर्त पूर्ण राज्य की मांग है. 'आप' सूत्रों का कहना है कि गठबंधन तभी होगा, अगर कांग्रेस दिल्ली के लिए पूर्ण राज्य की मांग अपने मैनिफेस्टो में जोड़कर, पब्लिक में इसका ऐलान करती है. पार्टी सूत्रों का दावा है कि शर्तें न मानने पर वे किसी भी हालात में कांग्रेस से गठबंधन नहीं करेगी.