Advertisement

ट्विटर से सड़क तक पहुंचा अलका लांबा विवाद, AAP नेता ने बताया निजी मामला

आम आदमी पार्टी ने दो विधायकों की लड़ाई को व्यक्तिगत मामला करार दिया है. पार्टी के दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय से जब इस बारे में पूछा गया तो उनका कहा कि ये उन दोनों का निजी मामला है, समय आने पर पार्टी इस पर संज्ञान लेगी.

जामा मस्जिद पहुंची अलका लांबा जामा मस्जिद पहुंची अलका लांबा
पंकज जैन
  • नई दिल्ली,
  • 03 अप्रैल 2019,
  • अपडेटेड 8:26 PM IST

दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी के दो विधायकों के बीच ट्विटर से शुरू हुई जंग बुधवार को सड़क तक पहुंच गई. अलका लांबा समर्थकों की भारी भीड़ के साथ जामा मस्जिद के एक नंबर गेट पर पहुंचीं, जहां उन्होंने सौरभ भारद्वाज को भी बुलाया था, लेकिन वह नहीं आए. समर्थकों से अलका ने पूछा कि क्या उन्हें इस्तीफा देना चाहिए, जाहिर सी बात है, समर्थकों में कहा नहीं.

Advertisement

दरअसल, सौरभ ने ट्विटर पर लिखा था कि आप कब से गली-गली मोहल्ला सभा करके पूछ रही हैं कि कांग्रेस में जाना चाहती हूं, चली जाऊं क्या? मैं भी जरूर आऊंगा, समय स्थान बता दो प्लीज! अलका ने बताया कि जबसे उन्होंने सौरभ को स्थान और समय बताया है, तब से उनका जवाब नहीं आया है.

अलका ने सौरभ भारद्वाज को आड़े हाथों लिया और कहा कि सौरभ भारद्वाज पार्टी के विधायक और मुख्य प्रवक्ता हैं. इसलिए उनका बयान पार्टी का स्टैंड माना जाना चाहिए. अलका ने यह भी कहा कि मैं पार्टी की समर्पित कार्यकर्ता रही हूं और कांग्रेस के इस गढ़ में भी मैंने पार्टी को जीत दिलाई, लेकिन जिस तरह मुझपर आरोप लगाया जा रहा है, वो ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि पार्टी का पूरा जोर पूर्ण राज्य पर है, लेकिन कांग्रेस तो अब इससे पीछे हट गई है और पार्टी कांग्रेस से गठबंधन की कोशिशें कर रही है. मैंने बस इसी को लेकर सवाल किया था.

Advertisement

इधर पार्टी ने इन दोनों नेताओं की लड़ाई को व्यक्तिगत मामला करार दिया है. पार्टी के दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ये उन दोनों का निजी मामला है, समय आने पर पार्टी इस पर संज्ञान लेगी.

वहीं इससे पहले मंगलवार को अलका लांबा और सौरभ भारद्वाज के बीच जमकर ट्विटर वॉर हुआ.  अलका लांबा ने कहा कि हर पार्टी का अपना घोषणा पत्र होता है, कांग्रेस के घोषणा पत्र में पुड्डुचेरी को तो पूर्ण राज्य देने की बात है पर दिल्ली को लेकर कोई बात नहीं है. साफ है कि कांग्रेस के लिए अब दिल्ली-पूर्ण राज्य मुद्दा नहीं रहा. वहीं आप इसी मुद्दों को अपना प्रमुख मुद्दा बना रही है. इस पर सौरभ भारद्वाज ने भी प्रतिक्रिया देते हुए पूछा कि आप चाहती क्या हैं.

दोनों 'आप' विधायकों के बीच सार्वजनिक खुली बहस से साफ है कि पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं है. पिछले दिनों अलका को 'आप' के वॉट्सएप ग्रुप से भी निकाल दिया गया था. होली के अवसर पर अलका ने राज्यसभा सांसद संजय सिंह से मुलाकात की. इसके बाद उन्हें ग्रुप में जोड़ लिया गया. अलका ने अब यह बताया कि वे लंबे वक्त से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से बात करना चाहती हैं, उन्हें कई बार मैसेज किए जिसका जवाब नहीं आया है. संगठन के मुख्य फैसलों की उन्हें जानकारी नहीं होती है.

Advertisement

चुनाव की हर ख़बर मिलेगी सीधे आपके इनबॉक्स में. आम चुनाव की ताज़ा खबरों से अपडेट रहने के लिए सब्सक्राइब करें आजतक का इलेक्शन स्पेशल न्यूज़लेटर

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement