
आम आदमी पार्टी (AAP) से बगावत कर चुकीं दिल्ली में चांदनी चौक की विधायक अलका लांबा के लिए अब सब कुछ समान्य हो चुका है. बगावत के बाद पार्टी ने उन्हें सभी अधिकारिक सोशल मीडिया ग्रुप्स से निकाल दिया गया था. सूत्रों के मुताबिक उन्हें पार्टी ने दोबारा सभी ग्रुप्स में जोड़ लिया है. उन्हें मीटिंग्स के फ़ोन भी आने लगे हैं.
सूत्रों ने बताया कि अलका लांबा सोमवार से चांदनी चौक लोकसभा के AAP उम्मीदवार के लिए प्रचार के लिए उतर रही हैं और उन्हें सब ठीक करने का आश्वासन दिया गया है. अलका लांबा ने संजय सिंह के जन्मदिन के मौके पर उनसे मुलाक़ात की और कुछ तस्वीरें भी ट्विटर पर साझा की. उन्होंने ट्वीट पर लिखा कि ईमानदार, कर्मठ, झुझारू, ज़मीनी, हर समय जिसके घर के दरवाज़े जनता के लिए खुले रहते हैं, ऐसे जन-नेता को जन्मदिन की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं, राजनीति अपनी जगह, रिश्ते अपनी जगह होते हैं.
इससे पहले अलका लांबा ने कांग्रेस में जाने की दिलचस्पी जताते हुए मीडिया में कई बयान दिए थे. साथ ही वो लोकसभा चुनाव में दिल्ली की सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा भी जता चुकी हैं. अलका लांबा ने कांग्रेस में घर वापसी की इच्छा जाहिर की थी. अलका ने बिना किसी शर्त कांग्रेस में वापसी की पेशकश की और दूसरी तरफ कांग्रेस ने भी अलका लांबा की इस इच्छा को स्वागत योग्य बताया था. हालांकि इन सब के बीच कई तरह की अटकलें लगाई जा रहीं है. लेकिन अब भी सबसे बड़ा सवाल यह है कि संजय सिंह से मुलाक़ात के बाद क्या आम आदमी पार्टी में अलका लांबा की वापसी होगी?
केजरीवाल पर बरसे विजेंद्र गुप्ता
दिल्ली बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता ने आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल के उस विवादित ट्वीट पर शुक्रवार को निशाना साधा जिसमें उनकी पार्टी के चुनाव चिह्न झाड़ू को हिंदू स्वास्तिक के पीछे दौड़ते दिखाया गया है. गुप्ता ने इसे आचार सहिंता का उल्लंघन तथा सांप्रदायिक सौहार्द को नुकसान पहुंचाने के मकसद से किया गया ट्वीट बताया. गुप्ता ने कहा कि आम आदमी पार्टी को अमान्य घोषित किया जाना चाहिए और सांप्रदायिक तनाव भड़काने के प्रयास के कारण उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.