
जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित किए जाने पर देश में राजनीति तेज हो गई है. गुरुवार को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस समेत विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधा. अरुण जेटली ने कहा कि मसूद अजहर का ग्लोबल आतंकी घोषित होना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कूटनीति की बड़ी जीत है. जब देश जीतता है तो हर देशवासी जीतता है, लेकिन विपक्ष के नेताओं को लगता है कि अगर वह इसमें शामिल हुए तो उन्हें राजनीतिक घाटा होगा.
जेटली ने कहा कि विपक्ष सर्जिकल स्ट्राइक पर कहता है कि जब हम सरकार में थे तो हमने भी ऐसा ही किया था. पुरानी परंपरा में विदेश नीति के संबंध में देश एक आवाज में बोलता था, लेकिन आज ऐसा नहीं होता दिख रहा है. भारत ने जब राजनीतिक दबाव बनाया, तब चीन ने अपने रवैये में बदलाव किया.
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि 26/11 के बाद यूपीए सरकार का क्या रवैया था, उसके बारे में हर कोई जानता है. उस हमल के बाद कांग्रेस ने 25 आतंकियों को रिहा किया था, उनमें से ही एक शाहिद लतीफ बाद में पठानकोट हमले में शामिल था.
उन्होंने कहा कि भारत लंबे समय से मसूद अजहर के निशाने पर था, कई आतंकवादी घटनाओं में उसका हाथ था. उन्होंने बताया कि 2009 में यह प्रक्रिया शुरू हुई थी, 2016-2017 में तकनीकी ऐतराज किए गए और भारत के प्रयास सफल नहीं हुए.
वित्त मंत्री ने कहा कि भारत की कूटनीतिक पहल का असर था कि दुनिया के कई देश इस प्रयास में था. चीन technical objection लगाता था, भारत के दबाव और प्रयासों के बाद वह रोक भी हट गई. उन्होंने कहा कि राष्ट्रवाद हमारे लिए अहम मुद्दा था और हमेशा रहेगा. जेटली बोले कि ये शर्म की बात है कि कांग्रेस के लिए राष्ट्रवाद मुद्दा नहीं है.
वित्त मंत्री ने कहा कि कांग्रेस की नेता आज कह रही हैं कि वो ‘वोटकटवा’ हैं, इसका मतलब साफ है कि कांग्रेस अब एक भटकी हुई पार्टी है. कांग्रेस संस्थानों को ब्लैकमेल करने का काम करती है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रवाद के ऊपर वोट मांगना आचार संहिता का उल्लंघन नहीं है.
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