
पश्चिम बंगाल में बीजेपी और टीएमसी के बीच काफी संघर्ष देखा जा रहा है. लोकसभा चुनाव 2019 के मतदान के दौरान भी दोनों पार्टियों के बीच कई बार जमकर बवाल मचा. वहीं अब अमित शाह की रैली के दौरान हुए तनाव को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि बीजेपी-आरएसएस के गुंडे बंगाल में हंगामा कर रहे हैं. साथ ही तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने कहा कि कंगाल बांग्ला वाली टिप्पणी करने को लेकर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को कान पकड़ कर उट्ठक-बैठक लगवाना चाहिए. ममता ने आरोप लगाया कि भाजपा सीआरपीएफ की गाड़ियों में धन ले जा रही है, ताकि राज्य के लोगों में बांटा जा सके.
बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कोलकाता के बेहाला में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, 'बीजेपी-आरएसएस के गुंडे बंगाल में हंगामा कर रहे हैं. दो गुंडे मुसीबतें पैदा कर रहे हैं.' कोलकाता में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की रैली के बाद पनपे तनाव के बाद सीएम ममता बनर्जी ने कहा, 'मैंने पाया कि भाजपा के कुछ गुंडों ने विद्यासागर कॉलेज में तोड़फोड़ की है. हम इसे आसानी से जाने नहीं देंगे. हम मुंह तोड़ जवाब देंगे.' ममता बनर्जी ने कहा, 'मुझे इस पर शर्म आती है. उन्होंने (बीजेपी) कोलकाता में दंगों के लिए बाहरी लोगों को बुलाया है. मैंने अपने शिक्षा मंत्री से घटनास्थल पर पहुंचने और दिल्ली के गुंडे नेताओं की स्थिति की जांच करने के लिए कहा है.'
वहीं ममता ने सवाल किया कि भाजपा अध्यक्ष को पता भी है कि कंगाल का मतलब क्या होता है. उन्होंने कहा, 'उन्होंने बंगाल को कंगाल कहने की हिमाकत कैसे की? यह कहने पर उनसे कान पकड़ कर उट्ठक-बैठक कराना चाहिए.' दरअसल, शाह ने सोमवार को एक रैली में दावा किया था कि तृणमूल कांग्रेस के शासनकाल में 'सोनार बांग्ला' अब 'कंगाल बांग्ला' बन गया है और भाजपा ही राज्य के खोए हुए वैभव को लौटा सकती है.
इसके अलावा मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच अमित शाह के कोलकाता रोड शो के दौरान जमकर बवाल कटा. तनाव तब बढ़ा जब अमित शाह का काफिला कलकत्ता यूनिवर्सिटी से गुजरा. उस दौरान अमित शाह के काफिले पर कॉलेज हॉस्टेल से पत्थर बरसाए गए. रोडशो के दौरान कलकत्ता यूनिवर्सिटी के पास बीजेपी समर्थकों की पहले आसपास के लोगों से भिड़ंत हुई, उसके बाद हालात बेकाबू हो गए. इस बीच जमकर लाठी-डंडे तो चले ही, कई जगह आगजनी भी की गई.
हालांकि बवाल की शुरुआत सुबह से ही हो गई थी. जब शहर में जगह-जगह अमित शाह के लिए लगाए गए स्वागत मंच को लेकर पुलिस के कान खड़े हो गए. कोलकाता पुलिस ने आपत्ति जताई. इजाजत रैली की है तो ऐसे में मंच कैसे लगा. इस पर कैलाश विजयवर्गीय और पुलिस के आला अफसर आपस में उलझ गए. इससे पहले 24 परगना में बीजेपी नेता को टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने पीट डाला. टीएमसी का आरोप है कि बीजेपी नेता तमस मित्रा वोटरों को लुभावने के लिए पैसे बांट रहे थे. तमस मित्रा से पुलिस के सामने ही मारपीट हुई.
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