
फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र में वैसे तो बीजेपी की पकड़ मजबूत है. लेकिन टिकट बंटवारे से पहले कई दावेदार उभरकर सामने आ रहे हैं. यहां से मौजूदा सांसद और मोदी सरकार में राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर पहले दावेदार के तौर पर हैं. लेकिन कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थामने वाले सीनियर नेता अवतार सिंह भड़ाना भी फरीदाबाद से चुनाव लड़ने का मन बना रहे हैं. हालांकि उनका कहना है कि बीजेपी आलाकमान जो फैसला लेगा, वो उन्हें मंजूर होगा.
दरअसल 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर की कश्ती पर सवार होकर कृष्ण पाल गुर्जर ने अवतार सिंह भड़ाना को साढ़े 4.60 लाख मतों से पराजित किया था. इस हार के बाद अवतार सिंह भड़ाना इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) में शामिल हो गए थे और फिर 2015 में उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया. उसके बाद पार्टी ने भड़ाना को 2017 में हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मीरापुर सीट से मैदान में उतारा, और उन्होंने जीत हासिल की.
आलाकमान पर छोड़ा फैसला
अवतार सिंह भड़ाना का कहना है कि फरीदाबाद उनका कर्मस्थली है और वो यहां से लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं. ये इच्छा वो अमित शाह तक पहुंचा चुके हैं. लेकिन आखिरी फैसला पार्टी को करना है. जो भी फैसला होगा वो उन्हें स्वीकार होगा. फिलहाल बीजेपी विधायक फरीदाबार लोकसभा क्षेत्र में सक्रिय हैं और जनता से लगातार मिल रहे हैं. लेकिन सार्वजनिक मंच पर वो अपने पत्ते नहीं खोल रहे हैं.गुर्जर समुदाय मेरे साथ: भड़ाना
भड़ाना का राजनीतिक सफर
गौरतलब है कि अवतार सिंह भड़ाना 1991 में पहली बार कांग्रेस की टिकट पर फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुने गए थे. उसके बाद 1999 के लोकसभा चुनाव में अवतार सिंह भड़ाना को कांग्रेस ने मेरठ लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया और उन्होंने जीत दर्ज की थी. एक बार फिर 2004 में अवतार सिंह भड़ाना फरीदाबाद से कांग्रेस के टिकट पर मैदान में उतरे और जीत हासिल की. 2009 के लोकसभा चुनाव में अवतार सिंह ने फरीदाबाद से जीत दर्ज की. इस तरह से अवतार सिंह भड़ाना ने 3 बार फरीदाबाद से और एक मेरठ लोकसभा क्षेत्र से जीत हासिल की.