
समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन के बाद कांग्रेस भी एक और गठबंधन बनाने की तैयारी में जुट गई है. इसके लिए कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व शिवपाल सिंह यादव, कृष्णा पटेल की अपना दल, अजित सिंह की पार्टी आरएलडी और पीस पार्टी के संपर्क में है. इन सभी दलों से गठबंधन की संभावनाओं को तलाश करने की जिम्मेदारी प्रदेश के बड़े नेताओं को दी गई है. साथ ही बसपा और सपा से अंदरखाने बातचीत भी की जाएगी.
कांग्रेस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पार्टी ने अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव से संपर्क किया है. गठबंधन में शामिल होने के लिए शिवपाल ने 15 सीटों की मांग की है. इस पर कांग्रेस राजी नहीं है. अभी बातचीत का दौर जारी है. शिवपाल के अलावा कांग्रेस का प्रदेश नेतृत्व अपना दल की कृष्णा पटेल, आरएलडी के अजित सिंह, पीस पार्टी के मो. अयूब से भी संपर्क में है. कांग्रेस छोटे दलों के साथ मिलकर एक और गठबंधन बनाने की तैयारी में है.
कांग्रेस को उम्मीद है कि नए गठबंधन से मोदी बनाम सब के नारे से बचा जाएगा. साथ ही उन्हें लगता है कि जहां कांग्रेस जीतने की सूरत में वहां बीजेपी को हराने के लिए अल्पसंख्यकों की पहली पसंद सपा-बसपा नहीं वो रहेगी. इसके साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी फरवरी में पश्चिमी यूपी में बड़ी रैलियां करेंगे, ताकि लोगों के बीच पार्टी का संदेश पहुंचाया जा सके.
इसके अलावा बीजेपी उम्मीदवार को हराने के लिए रणनैतिक उम्मीदवार देने के लिए सपा-बसपा से अंदरखाने बातचीत की जाएगी. कांग्रेस को जिन सीटों पर जीत की उम्मीद नहीं होगी, वहां पर बीजेपी का वोट काटने वाले उम्मीदवार देने की भी तैयारी चल रही है. पार्टी ऐसी ही रणनीति सपा-बसपा से भी बनाने के लिए कहेगी.