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रांची में 2 मार्च को राहुल गांधी की रैली, क्या लालू यादव से करेंगे मुलाकात?

बिहार में एनडीए ने सीटों के बंटवारे का काम लगभग पूरा कर लिया है. सीटों की संख्या के साथ-साथ कौन किस सीट से लड़ेगा यह भी तय हो गया है. बीजेपी के खिलाफ महागठबंधन बनाने वाली पार्टियां एकजुटता तो दिखा रही हैं लेकिन सीटों की कुर्बानी देने के लिए कोई भी तैयार नहीं है.

राहुल गांधी (फाइल फोटो) राहुल गांधी (फाइल फोटो)
सुजीत झा
  • पटना,
  • 25 फरवरी 2019,
  • अपडेटेड 7:13 PM IST

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी 2 मार्च को छत्तीसगढ़ दौरे पर जा रहे हैं और रांची में रैली को संबोधित करेंगे. ऐसे में शनिवार को आयोजित रैली को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि राहुल गांधी चारा घोटाले मामले में सजायाफ्ता आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव से मुलाकात कर सकते हैं.

लालू यादव रांची की एक जेल में कैदी हैं, हांलाकि इन दिनों इलाज के लिए वो रांची के अस्पताल में भर्ती हैं. शनिवार का दिन महागठबंधन के लिए खास हो सकता है, क्योंकि जेल प्रशासन की तरफ से लालू प्रसाद यादव को अपने तीन खास लोगों से मिलने के लिए यही दिन तय किया गया है.

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ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा है कि राहुल गांधी शनिवार को रांची में लालू यादव से मिलने के मकसद से रैली कर रहे हैं. बिहार में एनडीए ने सीटों के बंटवारे का काम लगभग पूरा कर लिया है. सीटों की संख्या के साथ-साथ कौन किस सीट से लड़ेगा यह भी तय हो गया है. लेकिन बीजेपी के खिलाफ महागठबंधन बनाने वाली पार्टियां एकजुटता तो दिखा रही हैं लेकिन सीटों की कुर्बानी देने के लिए कोई भी तैयार नहीं है. ऐसे मौके के लिए आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव से बेहतर मैनेजर कोई नहीं हो सकता.

लालू यादव के जेल में रहने की वजह से ही महागठबंधन की पार्टियों में सीटों पर समझौता नहीं हो पा रहा है. हालांकि तालमेल को लेकर वामदलों के दिग्गज नेताओं के साथ कांग्रेस की वरिष्ठ नेता मीरा कुमार, आरएलएसपी के उपेंद्र कुशवाहा और जेडीयू से अगल हुए शरद यादव और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी लालू यादव से कई दौर की बातचीत कर चुके हैं. जब तक महागठबंधन के दलों के दो बड़े नेता आमने सामने न बैठे हों तब तक बात नहीं बनेगी.

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अभी महागठबंधन की यह स्थिति है कि कांग्रेस 12 सीट चाहती है तो उपेंद्र सिंह कुशवाहा 5 सीट चाहती है. वीआईपी पार्टी को 3 सीट चाहिए तो वामदलों को 3 सीटों की दरकार है. पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी का कहना है कि घटक दलों से 1 सीट ज्यादा मिलेगी तभी वो समझौते को सम्मानजनक मानेंगे. ऐसे में आरजेडी के लिए शायद ही कोई सीट बचे जबकि आरजेडी 22 से कम सीटों पर नहीं लड़ना चाहती.

2014 के चुनाव में आरजेडी 27 सीटों पर और कांग्रेस 12 सीटों पर चुनाव लड़ी थी. आरजेडी का कहना है कि वो इस बार घटक दलों के लिए 5 सीटों की कुर्बानी देने को तैयार है. ऐसे में कांग्रेस को 5 सीट कम यानी 7 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए लेकिन कांग्रेस मानने को तैयार नहीं है.

पिछले हफ्ते लालू यादव से मिलकर तेजस्वी यादव ने दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकत की थी लेकिन बात नहीं बनी. माना जा रहा है कि रैली के बहाने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी रांची आकर लालू यादव से मिल सकते हैं. हांलाकि राहुल गांधी लालू यादव से रैली से पहले मिलेंगे या बाद में यह तय नहीं है. दरअसल, शनिवार का दिन मुलाकत का दिन है, ऐसे में आरजेडी अध्यक्ष के स्वास्थ्य का हाल-चाल जानने के लिए राहुल गांधी उनसे मिलने जा सकते हैं.

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