
लोकसभा चुनाव से दिल्ली का सियासी गलियारा गर्म हो गया है. सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी अपने विरोधी बीजेपी पर निशाना साधने का एक भी मौका नहीं छोड़ रही है. बता दें कि दिल्ली में वोटर लिस्ट से नाम कटवाने के आरोपों को लेकर आम आदमी पार्टी और बीजेपी कई दिनों से आमने- सामने है. आम आदमी पार्टी ने बीजेपी पर 30 लाख वोटरों के नाम कटवाने का आरोप लगाया है.
वहीं, आम आदमी पार्टी द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद बीजेपी ने AAP की शिकायत के लिए चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया है. इन सब के बीच दिल्ली चुनाव आयोग से बीजेपी के लिए राहत भरी खबर है. आयोग ने वोटर लिस्ट से जाति के आधार पर नाम कटवाने के आरोपों को खारिज कर दिया है. दिल्ली चुनाव आयोग के मुख्य चुनाव अधिकारी ने साफ कर दिया है कि सभी आरोप बेबुनियाद हैं.
दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी रणदीप सिंह ने कहा कि वोट कटने के पीछे किसी की जाति या धर्म क्राइटेरिया नहीं है. मुख्य चुनाव अधिकारी ने कहा कि यह पूरी तरह गलत है और अकल्पनीय है कि वोटर्स के नाम जाति और धर्म के आधार पर बनाए जा रहे हैं और काटे जा रहे हैं. यह सारी प्रक्रिया कानून के मुताबिक ही की जाती है. मतदाता पत्र बनाने और नाम काटने की सारी प्रक्रिया कानून के मुताबिक ही की जाती है.
इससे पहले दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने मुख्य चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की थी और कल राज्यसभा सांसद विजय गोयल अपनी फरियाद को लेकर दिल्ली चुनाव आयोग पहुंचे थे. आम आदमी पार्टी द्वारा 30 लाख लोगों के नाम वोटर लिस्ट से कटवाने के आरोपों के चक्रव्यूह में घिरी बीजेपी उलझी हुई नजर आ रही है.
वहीं, हाथ आया मुद्दा निकल न जाए इसलिए वोटर लिस्ट से नाम कटने के इस मसले को आम आदमी पार्टी जोर-शोर से उठा रही है. AAP इस मुद्दे को भी राजनीतिक और जातिगत बनाने में लगी है. हालांकि, केंद्र सरकार में होने की वजह से बीजेपी बचाव की मुद्रा में नजर आ रही है.