Advertisement

आतिशी पर ट्वीट से बढ़ीं मनीष सिसोदिया की मुश्किलें, EC ने भेजा कारण बताओ नोटिस

आम आदमी पार्टी के नेता सिसोदिया ने पूर्वी दिल्ली से आम आदमी पार्टी की लोकसभा प्रत्याशी आतिशी के समर्थन में ट्वीट किया था. उन्होंने आतिशी के धर्म और सरनेम को लेकर चल रहे विवाद पर विरोधियों पर हमला बोला था. ट्वीट में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी और कांग्रेस दोनों आतिशी के धर्म पर झूठ फैला रहे हैं.

आतिशी और मनीष सिसोदिया। आतिशी और मनीष सिसोदिया।
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 07 मई 2019,
  • अपडेटेड 9:45 PM IST

चुनाव आयोग ने आचार संहिता के उल्लंघन से जुड़े एक कथित मामले को लेकर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. सिसोदिया के एक ट्वीट को लेकर चुनाव आयोग ने बुधवार शाम तक जवाब मांगा है. बीजेपी दिल्ली ने 28 अप्रैल को उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद चुनाव आयोग ने यह नोटिस जारी किया है.

Advertisement

आम आदमी पार्टी के नेता सिसोदिया ने पूर्वी दिल्ली से आम आदमी पार्टी की लोकसभा प्रत्याशी आतिशी के समर्थन में ट्वीट किया था. उन्होंने आतिशी के धर्म और सरनेम को लेकर चल रहे विवाद पर विरोधियों पर हमला बोला था. ट्वीट में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी और कांग्रेस दोनों आतिशी के धर्म पर ''झूठ फैला'' रहे हैं.

दरअसल ट्वीट में सिसोदिया ने लिखा था, ''मुझे दुख है कि बीजेपी और कांग्रेस मिलकर हमारी पूर्वी दिल्ली की प्रत्याशी आतिशी के धर्म को लेकर झूठ फैला रहे हैं. बीजेपी और कांग्रेस वालों! जान लो- आतिशी सिंह है उसका पूरा नाम. राजपूतानी है. पक्की क्षत्राणी. झांसी की रानी है. बच के रहना. जीतेगी भी और इतिहास भी बनाएगी.''

चुनाव आयोग ने नोटिस में कहा कि उनके ट्वीट से आचार संहिता का उल्लंघन हो रहा है. इसके बाद ईस्ट दिल्ली के रिटर्निंग अफसर के महेश ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया. इसका जवाब उन्हें 8 मई शाम 5 बजे तक देना है. अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया तो माना जाएगा कि उन्हें इस पर कुछ नहीं कहना. दिल्ली की सभी 7 लोकसभा सीटों पर 12 मई को मतदान होना है. आतिशी का मुकाबला बीजेपी प्रत्याशी और पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर और कांग्रेस के अरविंदर सिंह लवली से है.  

Advertisement

इससे पहले आतिशी ने आरोप लगाया था कि गौतम गंभीर के पास दो वोटर आईकार्ड हैं, जिस पर दिल्ली की एक अदालत ने शिकायत पर फैसला सुरक्षित रख लिया है. आतिशी ने अर्जी में राज्य चुनाव आयोग से रिकॉर्ड तलब करने की मांग की है. मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट बिप्लब डाबास ने कहा कि राज्य चुनाव से रिकॉर्ड मंगाने हैं या नहीं, इस पर फैसला 13 मई को आएगा. हलफनामे को लेकर आतिशी की आपत्ति के बाद गंभीर के नामांकन को रोक दिया गया था.

चुनाव की हर ख़बर मिलेगी सीधे आपके इनबॉक्स में. आम चुनाव की ताज़ा खबरों से अपडेट रहने के लिए सब्सक्राइब करें आजतक का इलेक्शन स्पेशल न्यूज़ लेटर

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement