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चुनाव आयोग ने आजम खान पर दूसरी बार लगाया बैन, 48 घंटे के लिए प्रचार पर रोक

चुनाव आयोग ने समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान पर दूसरी बार अनशासन का डंडा चलाया है. आयोग ने आजम खान को एक बार फिर से 2 दिन तक प्रचार करने से रोक दिया है. आजम खान 1 मई की सुबह 6 बजे से 48 घंटों तक के लिए प्रचार नहीं कर पाएंगे.

समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान
संजय शर्मा
  • नई दिल्ली,
  • 30 अप्रैल 2019,
  • अपडेटेड 7:50 AM IST

चुनाव आयोग बड़बोले नेताओं पर दनादन कार्रवाई कर रहा है. आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के लिए आजम खान पर 48 घंटे का बैन लगाने के बाद चुनाव आयोग ने अब गुजरात बीजेपी के अध्यक्ष जीतू वघानी पर 72 घंटे के लिए प्रचार पर बैन लगा दिया है. जीतू वघानी ने सूरत के अमरोली में कांग्रेस के लिए अपशब्द का इस्तेमाल किया था. चुनाव आयोग ने इसे आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन माना है और 72 घंटे तक उनके प्रचार करने पर बैन लगा दिया है.

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इससे पहले चुनाव आयोग ने समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान पर दूसरी बार अनुशासन का डंडा चलाया है. आयोग ने आजम खान को एक बार फिर से 2 दिन तक प्रचार करने से रोक दिया है. आजम खान 1 मई की सुबह 6 बजे से 48 घंटों तक के लिए प्रचार नहीं कर पाएंगे. इन 48 घंटों के दौरान आजम खान चुनावी रैली, रोड शो, इंटरव्यू, जनसंपर्क अभियान नहीं कर पाएंगे. आजम खान ने 5 अप्रैल, 7 अप्रैल, 8 अप्रैल, 9 अप्रैल और 12 अप्रैल को उत्तर प्रदेश के अलग अलग जगहों पर विवादित बयान दिया था और आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया था. एसपी नेता ने कथित तौर पर कहा था कि ‘फासीवादी उन्हें मारने की कोशिश कर रहे हैं.’ एक अन्य मौके पर उन्होंने कथित तौर पर दावा किया था कि प्रधानमंत्री ने मुस्लिमों को मारा है.

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बता दें कि इससे पहले चुनाव आयोग ने बीजेपी कैंडिडेट जया प्रदा पर आपत्तिनजक टिप्पणी करने के लिए बैन लगाया था. जया प्रदा पर टिप्पणी के लिए चुनाव आयोग ने आजम खान पर 72 घंटे का बैन लगाया था. आजम खान पर लगा ये बैन 16 अप्रैल से प्रभावी था.

चुनाव आयोग ने आजम खान के भाषणों की जांच में पाया कि उनके स्पीच भड़काऊ थे और उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारी पर धार्मिक आधार पर टिप्पणी की थी. आयोग ने कहा है कि आजम खान के बयान चुनाव में ध्रुवीकरण पैदा कर सकते हैं, और इसका असर सिर्फ वहीं नहीं पड़ता है जहां ये भाषण दिये जाते हैं बल्कि सूचना के डिजिटल युग में इसका प्रभाव पूरे देश पर भी पड़ सकता है.

आजम खान ने चुनाव आयोग को भेजे अपने जवाब में बिना शर्त माफी मांगा, लेकिन चुनाव आयोग ने उनकी इस पेशकश को ठुकरा दिया. चुनाव आयोग ने कहा है कि वह आजम खान द्वारा चुनाव प्रचार के दौरान दिए गए बयान की सख्त निंदा करता है और उन्हें चेतावनी देता है कि वे भविष्य में ऐसा आचरण न करें. बता दें कि समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार आजम खान उत्तर प्रदेश के रामपुर लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं, यहां पर उनका मुकबला बीजेपी प्रत्याशी जया प्रदा से है. रामपुर में 23 अप्रैल को मतदान हो चुका है.

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