
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बनारस में गंगा के घाट पर आजतक से एक खास बातचीत की. उन्होंने विस्तृत बातचीत में कई मुद्दों पर अपनी राय रखी. रोजगार, विकास, नौकरी, महंगाई, पाकिस्तान से लेकर कश्मीर जैसे विषय पर उन्होंने अपनी बात रखी. प्रधानमंत्री ने यह भी समझाया कि उनके 5 साल के शासन में देश में कितने रोजगार बढ़े और इसे कैसे बढ़ाया गया.
प्रधानमंत्री ने रोजगार के मुद्दे पर टीवी टुडे ग्रुप के न्यूज डायरेक्टर राहुल कंवल से कहा कि सीआईआई और नैसकॉम ने रिपोर्ट दी है कि पहले से कई गुना रोजगार बढ़ा है. ईपीएफओ में हर वर्ष करीब 1.25 करोड़ लोग जुड़े हैं. मुद्रा योजना से करीब 4.50 करोड़ लोगों को पहली बार लोन मिले हैं, वो लोग भी तो और लोगों को रोजगार देते हैं. प्रधानमंत्री ने कहा, हमें अपने 130 करोड़ नागरिकों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर सोचना चाहिए. आज हमारा मेक इन इंडिया में 80 प्रतिशत प्रोडक्शन बढ़ा है. हमारी कोशिश है कि देश में टेक्नोलॉजी ट्रांसफर हो, दुनिया के टॉप मोस्ट हेलिकाप्टर आज हमारी सेना के साथ जुड़ गए हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा, जब मैं इनकम दोगुना करने की बात करता हूं तो इसका अर्थ है इनपुट कम हो, एमएसपी डेढ़ गुना कर दिया. अन्नदाता को ऊर्जा दाता बनाया. सोलर पंप हो, खेत के बॉर्डर पर सोलर पैनल लगाना, किसान जो बिजली पैदा करेगा सरकार उसे खरीदेगी. 6 महीने उसकी खेती चलती है तो बाकी के 6 महीने उसे बिजली का पैसा मिलेगा. पशुपालन के लिए हमने किसान कार्ड देने का प्रावधान किया. मछलीपालन और हनी पोडक्शन में अच्छा काम हो रहा है. पिछले 5 साल में हनी का उत्पादन काफी बढ़ा है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि खेती किसानी में वैल्यू एडिशन बहुत बड़ी बात है क्योंकि इससे बहुत लाभ होता है. जैसे आप कच्चा आम देंगे तो कम पैसा मिलेगा, पका आम देंगे तो बहुत पैसा मिलेगा. कच्चे आम का आचार बनाओगे तो और ज्यादा पैसा मिलेगा. हमारे कॉरपोरेट वर्ल्ड का एक परसेंट खेती में नहीं है. देश कैसे चलेगा? मैंने उनको इनवेस्टमेंट के लिए कहा है जो उन्हें करना ही पड़ेगा.
आतंकवाद के मुद्दे पर प्रधानमंत्री ने कहा, हमारे देश का जो थिंक टैंक है, उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि इस मुद्दे को कैसे देखना चाहिए. दो घटनाओं ने पाकिस्तान में गहरा दबाव पैदा किया है. पाकिस्तान के अंदर से आवाज आने लगी है कि हम ये जो अंदर ऐसे लोगों को बैठाकर रखे हुए हैं उन्हें सुरक्षा देनी बंद करनी चाहिए. यह दबाव पाकिस्तान में दो घटनाओं से बढ़ा है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'मैं कितना भी भाषण करता हूं वहां उनके गले नहीं उतरता है. जब मैंने वहां जाकर आतंकवादियों को मारा, तो उनकी मुसीबत ये है..न वो बोल पाते हैं और वो न नकार पाते हैं. अपने यहां बताते हैं कि हां जी कुछ नहीं हुआ. दूसरी तरफ पता है चलता है कि कार्रवाई हुई है तो कहते हैं कि आतंकवाद था, मतलब आतंकी कैम्प थे. एक्शन तो हमारे जवानों ने किया है.'
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