
राजनीति के पुराने खिलाड़ी और देश के पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा एक बार फिर लोकसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमाएंगे. जेडीएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष एचडी देवगौड़ा कर्नाटक की तुमकुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे. वह जेडीएस और कांग्रेस के साझा उम्मीदवार होंगे. देवगौड़ा 25 मार्च को नामांकन दाखिल करेंगे. इस बीच, तुमकुर के सांसद एस.पी. मुदाहनुमेगौड़ा ने ऐसा बयान दिया है जिससे कांग्रेस और जेडीएस की मुश्किल बढ़ने वाली है.
उन्होंने कहा है कि वे कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर सोमवार को इस सीट से नामांकन दाखिल करेंगे. बता दें कि कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं. तुमकुर सीट जेडीएस के खाते में गई है.
कर्नाटक में जेडीएस 8 और कांग्रेस 20 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. कांग्रेस सांसद ने दावा किया है कि वे सोमवार को पर्चा दाखिल करेंगे. बता दें कि इसी दिन पूर्व पीएम देवगौड़ा भी नामांकन दाखिल करेंगे.
सबसे वरिष्ठ राजनेताओं में होती है देवगौड़ा की गिनती
देवगौड़ा की गिनती देश के सबसे वरिष्ठ राजनेताओं में होती है. वह देश के 11वें प्रधानमंत्री रह चुके हैं. उनके पास करीब 60 साल का राजनीतिक अनुभव है. विधायक से राजनीतिक सफर शुरू करते हुए देवगौड़ा सांसद, कर्नाटक के मुख्यमंत्री और फिर देश के प्रधानमंत्री चुने गए.
देवगौड़ा का जन्म 18 मई, 1933 के कर्नाटक के एक वोक्कालिगा परिवार हुआ. यह समुदाय ओबीसी वर्ग में आता है. उनके पिता डी. गौड़ा धान की खेती करते थे और मां का नाम देवाम्मा था. 50 के दशक में सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद देवगौड़ा की शादी चेन्नमा से हुई, जिनसे उनकी 6 संतान हैं. उनके बेटे एचडी कुमारस्वामी कर्नाटक के मौजूदा मुख्यमंत्री हैं. एक और बेटे एचडी रेवन्ना कर्नाटक विधानसभा में विधायक हैं.
तुमकुर लोकसभा सीट के बारे में
तुमकुर लोकसभा सीट को एक दौर में कांग्रेस का गढ़ कहा जाता था. बीते तीन दशकों में बीजेपी ने इस सीट पर 4 बार जीत दर्ज की है. इस सीट पर फिलहाल कांग्रेस का कब्जा है और यहां से एस.पी. मुदाहनुमेगौड़ा सांसद हैं. तुमकुर लोकसभा सीट पहले मैसूर स्टेट का हिस्सा थी लेकिन साल 1977 के बाद से इसे कर्नाटक में शामिल कर लिया गया.
इस सीट पर हुए कुल 16 लोकसभा चुनावों में 10 बार कांग्रेस को जीत मिली है जबकि 4 बार बीजेपी ने तुमकुर सीट पर कब्जा किया है. साल 2004 और 2009 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को लगातार इस सीट पर जीत मिली थी लेकिन 2014 के चुनाव में फिर से कांग्रेस तुमकुर सीट पर जीत दर्ज करने में सफल रही.