
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2019 के दूसरे दिन आंध्र प्रदेश की सियासत में तेजी से जगह बना रहे वाईएसआर कांग्रेस अध्यक्ष जगनमोहन रेड्डी ने हर सवाल के बेबाकी से जवाब दिया. कांग्रेस में वापसी के सवाल पर जगनमोहन रेड्डी ने कहा कि आंध्र प्रदेश में कांग्रेस खत्म हो चुकी है. कांग्रेस को हमारी जरूरत है, हमें उनकी जरूरत नहीं. कांग्रेस-बीजेपी में जो भी आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देगा, मैं उसका साथ दूंगा.
जगनमोहन रेड्डी ने कहा कि हम राहुल गांधी के खिलाफ नहीं है. हम किसी पर विश्वास नहीं करना चाहते, क्योंकि हम पहले ही पांच साल खो चुके हैं. आंध्र प्रदेश में कांग्रेस पूरी तरह से खत्म हो चुकी है. ऐसे में हमें कांग्रेस की कोई जरूरत नहीं है बल्कि उन्हें हमारी जरूरत है.
कांग्रेस को खुद में विश्वास नहीं है, नहीं तो जिस पार्टी ने 30 साल तक टीडीपी के खिलाफ लड़ा उस पार्टी से गठबंधन करने का क्या औचित्य था. जबकि छह महीने पहले कांग्रेस ने आंध्र प्रदेश में एक बुकलेट जारी किया था, जिसमें उन्होंने चंद्रबाबू नायडू के देश का सबसे बड़ा भ्रष्टाचारी सीएम बताया था. इसके तीन महीने बाद कांग्रेस उसी चंद्रबाबू नायडू के साथ मिलकर चुनाव लड़ी.
अपने ऊपर दर्ज मामलों का जिक्र करते हुए जगनमोहन रेड्डी ने कहा कि जब मेरे पिता जीवित थे तब मेरे ऊपर कोई केस नहीं था. लेकिन जैसे ही मैंने कांग्रेस छोड़ी, उसके बाद से मेरे ऊपर केस दर्ज हुए. उन्होंने कहा कि मेरे खिलाफ कांग्रेस और टीडीपी के नेताओं ने याचिका लगाई. जगनमोहन रेड्डी ने कहा कि यूपीए-2 की सरकार इसीलिए बनी, क्योंकि आंध्र प्रदेश ने कांग्रेस को 33 लोकसभा सांसद दिए थे. रेड्डी ने कहा कि हमारे ऊपर दर्ज किए सभी मामले राजनीति से प्रेरित हैं. आंध्र प्रदेश की जनता ने ऐसे बहुत से मामले देखे हैं.
केंद्र में नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी में किसके साथ जाने के सवाल पर जगनमोहन रेड्डी ने कहा कि आंध्र प्रदेश को कांग्रेस-बीजेपी में जो भी विशेष राज्य का दर्जा देगा उसका साथ दूंगा. वाईएसआर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि संसद में क्या हुआ जो वायदा किया गया उसे निभाया नहीं गया. आंध्र का विभाजन इस शर्त के साथ हुआ कि विशेष राज्य का दर्जा मिलेगा. उस समय सरकार और विपक्ष शर्त पर राजी थे. लेकिन अब बहानेबाजी हो रही है.
जगनमोहन ने कहा कि मैं दोनों राष्ट्रीय दलों में से किसी के साथ नहीं हूं. हमारी एकमात्र मांग है कि आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए. ऐसे में कांग्रेस-बीजेपी में से जो भी हमारी शर्त मांगेगा, उसके साथ हम जाएंगे.