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ममता के मंच पर विपक्षियों का जमावड़ा, बीजेपी ने पूछा- नेता कौन है?

kolkata opposition rally कोलकाता में विपक्षी नेताओं ने जहां एक स्वर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सत्ता से बेदखल करने का शंखनाद किया, वहीं बीजेपी ने पलटवार करते हुए पूछा कि महागठबंधन का नेता कौन है.

Ravi Shankar Prasad Ravi Shankar Prasad
अशोक सिंघल
  • नई दिल्ली,
  • 20 जनवरी 2019,
  • अपडेटेड 6:07 AM IST

कोलकाता में ममता बनर्जी के आह्वान पर आयोजित विपक्षी एकजुटता रैली से सभी नेताओं ने मौजूदा मोदी सरकार की जमकर घेराबंदी की. मोदी विरोध में दर्जनों नेताओं ने शब्दों के बाण चलाए तो बचाव केंद्र के मंत्री और भारतीय जनता पार्टी भी उतर आई. केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि इन नेताओं ने एक बात स्पष्ट कर दी कि उनका एकमात्र उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हटाना है और यही उनके लिए चुनाव का मुद्दा है. लेकिन उनका नेता कौन है, ये किसी को नहीं पता है.

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रविशंकर प्रसाद ने कहा कि इस रैली में एक और रोचक बात दिखाई पड़ी कि तथाकथित महागठबंधन के नेताओं ने कहा कि हमारे गठबंधन का नेता कौन होगा यह देश की जनता तय करेगी. महागठबंधन के नेता पहले ये तो बताएं कि आपका नेता कौन है, तभी तो देश की जनता चुनाव में परखेगी. लेकिन वे जानते हैं कि इसका चुनाव उनके लिए बहुत कमजोर कड़ी है.

सबके अंदर नेता बनने की होड़

रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ममता बनर्जी भी नेता बनना चाहती हैं, बहन मायावती भी बनना चाहती हैं और राहुल गांधी की तो सालों से नेता बनने की इच्छा है. इनके अलावा क्षेत्रीय दल भी भारत जैसे महान देश का नेता बनने के ख्वाब देख रहे हैं. उन्होंने कहा कि मैं एक बात साफ करना चाहता हूं कि 2019 का भारत 90 के दशक का भारत नहीं है जहां पर प्रधानमंत्री 40 दिन से 10 महीने के लिए हुआ करते थे. आज का भारत आशाओं से भरा हुआ भारत है. आज का भारत ये है जो दुनिया की बड़ी ताकत है. आज का भारत ये है जिसकी आर्थिक प्रगति दुनिया की सबसे बड़ी आर्थिक प्रगतियों में से एक है. आज का भारत ये है जिसका दुनिया में बड़ा मान है और जिसको बनाने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बहुत बड़ी भूमिका है.

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पीएम मोदी की ईमानदारी, महागठबंधन की परेशानी

केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि हम महागठबंधन के नेताओं की परेशानी समझते हैं. जितने नेता कोलकाता में मंच पर बैठे हुए थे, उनमें कई पार्टियों के नेता के ऊपर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं. उनकी परेशानी यही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईमानदारी से काम किया है. महागठबंधन का दूसरा उद्देश्य यही है भ्रष्टाचार में लिप्त नेताओं को बचाने का. क्या देश यही चाहता है? यह देश की जनता तय करेगी.

रविशंकर प्रसाद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में ईमानदार भारत का निर्माण हो रहा है. ईमानदार भारत की गति रुकने वाली नहीं है, चाहे उसके लिए जितने भी गठबंधन बने. 2019 का भारत एक ईमानदार भारत की ओर आगे बढ़ना चाहेगा.

बेरोजगारी पर भी दिया जवाब

रविशंकर प्रसाद ने बताया कि बार-बार बेरोजगारी की बात की जाती है, लेकिन चाहे मुद्रा योजना हो, आईटी का क्षेत्र हो, चाहे कॉमन सर्विस सेंटर हो, चाहे सडकें बन रही है, बिजली आ रही है, चाहे वह उज्जवला योजना हो, मोदी जी की अगुआई में इतनी योजनाएं चली है जिसमें करोड़ों लोगों को काम के अवसर मिले हैं. मोबाइल बनाने की इकाइयां 2 से बढ़कर के 127 हो गई हैं जिसमें लाखों लोगों को नौकरी मिली हैं.

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महागठबंधन के पास नहीं कोई मुद्दा

रविशंकर प्रसाद ने महागठबंधन के पास कोई मुद्दा न होने की बात कहते हुए कहा कि हम तथाकथित महागठबंधन के नेताओं की परेशानी और घबराहट समझते हैं, जो इस हद तक है कि जो लोग कांग्रेस को फूटी आंख नहीं सुहाते थे, वे आज कांग्रेस के साथ बैठे हुए हैं. इसका मतलब यही हुआ कि वे अकेले दम पर भाजपा, एनडीए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नहीं हरा सकते. यह तो हमारी जीत है और उनकी हार है. इस महा अवसरवादी गठबंधन को देश की जनता अवश्य नकार देगी.

मजबूत सरकार देगी बीजेपी

रविशंकर प्रसाद ने कहा कि हिंदुस्तान एक मजबूत सरकार चाहता है, मजबूर सरकार नहीं. हिन्दुस्तान एक ऐसी सरकार चाहता है जो भारत को दुनिया की बहुत बड़ी ताकत बनाए और विकास की गति को निरंतर आगे बढ़ाए. यह केवल और केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा-नीत एनडीए सरकार ही कर सकती है. 2019 के लोकसभा चुनाव में 2014 से भी भारी बहुमत के साथ मोदी सरकार का बनना तय है.

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