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अजमेर लोकसभा सीट पर 67% वोटिंग, कांग्रेस-बीजेपी में मुकाबले की उम्मीद

राजस्थान की अजमेर लोकसभा सीट पर 29 अप्रैल को चौथे चरण में मतदान हुए. इस सीट से बीजेपी ने भगीरथ चौधरी को चुनाव मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस ने रिजू झुनझुनवाला को टिकट दिया है. इस सीट पर 23 मई को वोटों की गिनती होगी और फिर चुनाव के नतीजे जारी किए जाएंगे.

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वरुण शैलेश
  • नई दिल्ली,
  • 29 अप्रैल 2019,
  • अपडेटेड 11:36 AM IST

राजस्थान की अजमेर लोकसभा सीट पर 29 अप्रैल को चौथे चरण में वोट डाले गए. कुल 66.96 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. अब 23 मई को मतगणना होगी और चुनाव के नतीजे जारी किए जाएंगे. यहां से बीजेपी ने भगीरथ चौधरी को चुनाव मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस ने रिजू झुनझुनवाला को टिकट दिया है.

राजस्थान में विधानसभा चुनाव के कुछ ही महीने बाद लोकसभा चुनाव हो रहे हैं. लिहाजा विधानसभा चुनाव के परिणाम का लोकसभा चुनावों पर असर पड़ने की उम्मीद जताई जा रही है. हाल ही में 200 सदस्यीय राजस्थान विधानसभा के लिए चुनाव हुए थे, जिनमें से कांग्रेस ने 99 सीटों पर जीत दर्ज की थी. इसके साथ ही कांग्रेस ने सरकार बना ली थी और बीजेपी सत्ता से बाहर हो गई थी. अब बीजेपी 73 सीटों के साथ विपक्ष में है.

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साल 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी भारी बहुमत से जीतकर सत्ता में आई थी, जिसके बाद साल 2014 में लोकसभा चुनाव हुए थे और बीजेपी ने राजस्थान की सभी 25 लोकसभा सीटों पर कब्जा जमाया था. हालांकि 2018 के शुरुआत में हुए अजमेर और अलवर के उपचुनाव में बीजेपी को कांग्रेस के सामने हार का सामना करना पड़ा था. लिहाजा इस समय लोकसभा में राजस्थान से बीजेपी के 23 सांसद हैं.

अजमेर लोकसभा सीट पर साल 1998-99 में हुए चुनावों को छोड़ दें, तो साल 1989 से बीजेपी के रासा सिंह रावत पांच बार सांसद रहे, लेकिन साल 2009 के आम चुनावों में कांग्रेस के सचिन पायलट ने बीजेपी की किरण माहेश्वरी को हराकर इस सीट पर कब्जा जमा लिया. वहीं, साल 2014 की मोदी लहर में पायलट यह सीट बीजेपी के जाट नेता सांवर लाल जाट के हाथों गंवा बैठे थे.

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साल 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के सांवर लाल जाट ने कांग्रेस सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री सचिन पायलट को 1 लाख 71 हजार 983 मतों के भारी अंतर से पराजित किया. बीजेपी के सांवरलाल जाट को 6 लाख 37 हजार 874 और कांग्रेस से सचिन पायलट को 4 लाख 65 हजार 891 वोट मिले थे. केंद्रीय मंत्री सांवर लाल जाट के निधन के बाद इस सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने एक बार फिर वापसी की.

केंद्रीय मंत्री सांवरलाल जाट के देहांत के बाद इस सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार रघु शर्मा ने बीजेपी प्रत्याशी और सांवर लाल जाट के पुत्र राम स्वरूप लांबा को 84 हजार 414 मतों से पराजित किया था. कांग्रेस को इस सीट पर 51 फीसदी और बीजेपी को 44 फीसदी वोट मिले थे. सांसद रघु शर्मा फिलहाल केकड़ी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीतकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं.

अजमेर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र संख्या-13 की बात की जाय तो यह सीट हिंदू और मुस्लिम समुदाय की धार्मिक आस्था का केंद्र है. जहां एक तरफ अजमेर में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह है, तो वहीं पुष्कर में ब्रह्मा का एकमात्र मंदिर है. अजमेर के जातीय समीकरण की बात की जाए तो इस सीट पर SC/ST की आबादी लगभग 22 फीसदी है. इसके बाद जाट आते हैं, जो लगभग 16-17 प्रतिशत हैं. यहां मुस्लिमों की आबादी भी करीब 12 फीसदी है, जबकि कुछ क्षेत्रों में राजपूत और वैश्य समुदाय का दबदबा है.

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साल 2018 के शुरुआत में हुए लोकसभा उपचुनाव के आंकड़ों के मुताबिक अजमेर लोकसभा सीट पर मतदाताओं की संख्या करीब 18 लाख 42 हजार है, जिसमें 9 लाख 43 हजार 546 पुरुष और 8 लाख 99 हजार 424 महिला मतदाता हैं.

अजमेर संसदीय क्षेत्र में 7 विधानसभा सीटे हैं, जिनमें पुष्कर, अजमेर नॉर्थ, अजमेर साउथ और नसीराबाद लोकसभा सीट पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी. वहीं मसूदा और केकड़ी सीट पर कांग्रेस, जबकि किशनगढ़ सीट और जयपुर की दूदू सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार ने कब्जा जमाया.

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