
लोकसभा चुनाव-2019 में गुम हो चुके राममंदिर मुद्दे को कांग्रेस पार्टी ने हवा दी है. लखनऊ लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार आचार्य प्रमोद कृष्णम ने रविवार को कहा कि कांग्रेस की सरकार आने पर वह अयोध्या में राममंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करेंगे.
पीएम राममंदिर के लिए 5 मिनट नहीं निकाल पाए
आचार्य प्रमोद ने पत्रकारों से बातचीत में कहा 'भारतीय जनता पार्टी राममंदिर पर केवल राजनीति करती है. पीएम मोदी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह मंदिर निर्माण के लिए पांच सालों में पांच मिनट का समय नहीं निकाल पाए, जबकि उनकी पूर्ण बहुमत की सरकार है. चुनाव के बाद हम मंदिर निर्माण के लिए गंभीर प्रयास शुरू करेंगे और कांग्रेस सरकार आने पर मंदिर का मार्ग प्रशस्त करेंगे. भाजपा मंदिर निर्माण को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं है.'
बीजेपी ने राममंदिर के लिए कुछ नहीं किया
उन्होंने कहा 'इसके लिए सभी पक्षकारों और धर्मगुरुओं से बातचीत की जाएगी. भाजपा मंदिर निर्माण के नाम पर सिर्फ प्रोपेगैंडा करती है. लेकिन उसने पांच सालों में कुछ नहीं किया. तीन तलाक पर तीन बार अध्यादेश ले आए पर मंदिर निर्माण के लिए अध्यादेश नहीं लाए.' आचार्य प्रमोद ने कहा कि वह कई मुस्लिम धर्मगुरुओं और उलेमाओं से मिल चुके हैं. उनका कहना है कि वे लोग भी राममंदिर निर्माण के विरोधी नहीं हैं. उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद वह सभी पक्षकारों, मुस्लिम धर्मगुरुओं और संतों के साथ बैठकर मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त कराएंगे. कांग्रेस प्रत्याशी ने कहा 'राम मंदिर का निर्माण विश्व के करोड़ों राम भक्तों की आस्था का सवाल है. आस्था के सवाल अदालत में हल नहीं हो सकते. सर्वोच्च न्यायालय ने भी बातचीत से मामला सुलझाने के लिए व्यवस्था दी है.'
बता दें कि कांग्रेस ने लखनऊ से प्रमोद कृष्णम को चुनावी मैदान में उतारा है. कृष्णम ब्राह्मण हैं और लखनऊ सीट पर ब्राह्मण उम्मीदवारों की जीत-हार तय करते हैं. जिस कांग्रेस ने राम मंदिर मुद्दे पर कभी खुल कर नहीं बोला, उसने राम मंदिर के गंभीर पैरोकार प्रमोद कृष्णम को टिकट देकर जताने की कोशिश की है कि उसे भी अयोध्या की फिक्र है. आचार्य कृष्णम अब तक अयोध्या में राम मंदिर न बन पाने के पीछे नरेंद्र मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराते रहे हैं.
प्रमोद कृष्णम ने राम मंदिर निर्माण की जबर्दस्त पैरवी की है. कांग्रेस की राजनीति में खासकर यूपी से कोई ऐसा नेता नहीं है जो राम मंदिर निर्माण को लेकर मुखर रहा हो, लेकिन कृष्णम इसके अपवाद हैं. उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में राम मंदिर को लेकर असरकारी मुहिम दिखती रही है. साधु संत कई बार सरकार से गुहार लगा चुके हैं कि सरकार इस मुद्दे पर गंभीरता से सोचे.
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