
असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस एत्तेहादुल मुसलमीन (AIMIM) उत्तर प्रदेश में किसी लोकसभा चुनाव सीट पर चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है. AIMIM के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने कहा कि मौजूदा राजनीतिक माहौल को देखते हुए पार्टी ने फैसला लिया है कि सूबे में किसी भी सीट हमारी पार्टी चुनाव नहीं लड़ेगी.
AIMIM अध्यक्ष ने कहा कि लोकसभा चुनाव में हमारी पार्टी सूबे की 20 संसदीय सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही थी. सूबे में सेकुलर वोटों का बिखराव न हो इसी के लिए हमने चुनाव में अपने प्रत्याशी नहीं उतारने का फैसला किया है. क्योंकि वोटों के बिखराव से सीधे तौर पर सांप्रदायिक शक्तियों को राजनीतिक फायदा मिलेगा. इसीलिए हमने देश में चुनाव नहीं लड़ने का निर्णय लिया है.
उन्होंने कहा कि AIMIM के चुनावी मैदान में उतरने से तथाकथित सेकुलर पार्टियां हमें बीजेपी का एजेंट बताती हैं. ऐसे में अब हमने उनके लिए पूरा मैदान छोड़ दिया है. ऐसे में अब देखना है कि ये कैसे सांप्रदायिक शक्तियों को रोकने का काम करते हैं. शौकत अली ने कहा कि चुनाव अपने पूरे चरम पर है और सपा-बसपा अभी तक घर में बैठे हुए हैं. जबकि बीजेपी अपने चुनावी अभियान में जुटी हुई है. इससे साफ जाहिर है कि ये लोग खुद ही बीजेपी को वॉकओवर दे रहे हैं.
AIMIM के यूपी अध्यक्ष ने कहा कि हमने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी को भी यूपी से चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया था. सूबे के चुनावी मैदान में उतरने के लिए संभल, मुरादाबाद और फिरोजाबाद सीटों के नाम भी सुझाए थे. लेकिन राष्ट्रीय अध्यक्ष ने इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया था.
बता दें कि ओवैसी की पार्टी ने उत्तर प्रदेश के 2017 विधानसभा चुनाव में सूबे की 36 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे. इनमें से किसी को भी जीत नहीं मिली थी, लेकिन संभल सीट पर AIMIM उम्मीदवार दूसरे नंबर पर रहा था. इसके अलावा सूबे की तीन सीटों पर पार्टी उम्मीदवार तीसरे नंबर पर रहे थे.
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