
2019 लोकसभा चुनाव के लिए पहले चरण के मतदान में ही ईवीएम को लेकर शिकायतें सामने आने लगी हैं. कई इलाकों में जहां ईवीएम में खराबी के चलते मतदान देरी से शुरू हुआ तो वहीं, उत्तर प्रदेश के बिजनौर में कुछ लोगों ने आरोप लगाया कि ईवीएम में बटन किसी और पार्टी का दबा लेकिन वीवीपैट में पर्ची किसी और पार्टी की दिखाई दी.
बिजनौर के कसौली क्षेत्र में बूथ नंबर 16 पर तैनात बीएसपी के एजेंट धारा सिंह ने आरोप लगाया कि मतदान के वक्त सुबह जैसे ही लोगों ने ईवीएम पर बसपा का बटन दबाया वीवीपैट पर उन्हें बसपा की जगह भाजपा का चुनाव चिन्ह कमल निशान दिखाई दिया. धारा सिंह के आरोपों के बाद इलाके में खबर जंगल के आग की तरह फैल गई.
आनन-फानन में सेक्टर मजिस्ट्रेट से लेकर इलाके के ऑब्जर्वर भी कसौली गांव में पोलिंग बूथ पर जायजा लेने पहुंचे. धारा सिंह का कहना है कि गांव के पास 6 लोगों के साथ ऐसा हुआ. जब वह मतदान करने गए तब उन्हें वीवीपैट पर पर्ची किसी और पार्टी की दिखाई दी, जबकि ईवीएम पर उन्होंने किसी और पार्टी के लिए बटन दबाया था.
आजतक ने इसी बूथ पर तैनात प्रिसाइडिंग ऑफिसर सत्यवीर सिंह से इस पूरे मसले पर बातचीत की. सत्यवीर सिंह ने धारा सिंह के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई थी और चुनाव प्रक्रिया सामान्य रही. बातचीत के दौरान धारा सिंह ने प्रिसाइडिंग ऑफिसर के बयान को खारिज करते हुए कहा कि जब घटना हुई तो उन्होंने इन तमाम अधिकारियों को ईवीएम मशीन के पास बुलाया और इन्होंने वह घटना अपनी आंखों से देखी जिससे अब वह मुकर रहे हैं.
चुनाव अधिकारी ने धारा सिंह के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया. बवाल बढ़ा तो दूसरे वरिष्ठ चुनाव अधिकारी भी बूथ पर पहुंचे और दोनों पक्षों से बातचीत की. इससे पहले बिजनौर शहर में बूथ नंबर 337 पर सुबह वीवीपैट में तकनीकी खराबी आने के चलते मतदान 1 घंटे देरी से शुरू हुआ. पूरे बिजनौर लोकसभा क्षेत्र में हिंसा की कहीं कोई वारदात सामने नहीं आई और चुनाव प्रक्रिया सामान्य रूप से पूरी हुई.