
गुजरात के गांधीनगर सीट से चुनाव लड़ रहे बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को बताया कि आखिर वह क्यों लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते थे? नामांकन दाखिल करने से पहले जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि आपके आशीर्वाद से मैं राज्यसभा का सदस्य हूं. मगर मैं राज्यसभा का सदस्य तब बना जब लोकसभा के चुनाव नहीं हो रहे थे. मैं जनता के बीच में रहने वाला आदमी हूं. पार्टी ने मुझे लोकसभा लड़ने की अनुमति दी. इसके लिए पार्टी का शुक्रिया.
अमित शाह ने जनसभा में भावुक पल गिनाए और कहा कि 1982 के दिन याद आते हैं एक बूथ कार्यकर्ता के रूप में मैंने अपना काम शुरू किया था. पर्चे बांटते-बांटते आज बीजेपी इस मुकाम तक पहुंची कि दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बन चुकी है. उन्होंने कहा कि बिना बीजेपी मेरे जीवन में सिर्फ शून्य बचेगा. आडवाणी, अटल और पुरुषोत्तम के क्षेत्र से सांसद का चुनाव लड़ना मेरा सौभाग्य है. उन्होंने कहा कि वह इसी इलाके से 5 बार विधायक रहे.
गुजरात की जनता से अपील करते हुए अमित शाह ने कहा कि प्रदेश की सभी 26 सीटें बीजेपी की झोली में डालकर फिर एक बार मोदी सरकार बनाएं. इससे पहले रैली को गृहमंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, अकाली दल के नेता प्रकाश सिंह बादल ने भी संबोधित किया.
जनसभा के बाद अमित शाह का रोडशो शुरू हो गया. अहमदाबाद से गांधीनगर तक निकाले गए इस रोडशो के बाद अमित शाह ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया.