
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेलंगाना में कांग्रेस पर निशाना साधा. महबूबनगर में रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज साफ नजर आ रहा है कि लोगों की सेवा करने वाले लोग, कैसे कांग्रेस को अलविदा कह रहे हैं. घोटालों से घिरी कांग्रेस देश के वीर जवानों पर सवाल उठाती है, सपूत के बजाए सबूत मांगती है तो आप समझ सकते हैं कि कांग्रेस किस स्थिति में पहुंच गई है.
पीएम मोदी ने कहा कि विधानसभा चुनाव में आपने जनादेश दिया, लेकिन यहां क्या वो रहा है, ये देश देख रहा है. चुनाव कराने में जितनी जल्दी दिखाई उतनी ही देरी मंत्रीमंडल के गठन में लगाई. ज्योतिषियों की सलाह के चलते लंबे समय से राज्य का विकास ठप हो गया. आपके आशीर्वाद और आपके सहयोग से मैंने पांच साल सरकार चलाई है. बहुत ईमानदारी से निष्ठापूर्वक सरकार चलाने का मैंने पूरा प्रयास किया है, दिन-रात एक किया है.
पीएम मोदी ने कहा कि भारत माता का अपमान करने वालों और संविधान को ताक पर रखकर मुस्लिम आरक्षण की बात करने वालों का ये घालमेल, सिर्फ वोटबैंक की चिंता कर सकता है, तेलंगाना की नहीं. श्रम को सम्मान मिले, वंश और विरासत से ज्यादा काम को मान मिले, इसके लिए आपके इस चौकीदार ने देश को राजनीति की नई सोच देने का प्रयास किया है.
अपने फायदे के लिए TRS और MIM ने किया गठबंधन
पीएम मोदी ने कहा कि महबूबनगर बड़ा भाग्यशाली रहा है KCR के लिए. तब तेलंगाना का निर्माण हुआ तो वो यहीं के सांसद थे. राज्य बनते ही वो आपके पहले मुख्यमंत्री बन गए. KCR के तो भाग्य खुल गए, लेकिन आपके भाग्य खुले क्या? नहीं वो आपको भूल गए. KCR वंशवाद की राजनीति और तुष्टिकरण की राजनीति का चेहरा हैं. TRS और MIM का गठबंधन तेलंगाना के फायदे के लिए नहीं, अपने फायदे के लिए किया गया है.
मोदी सरकार की योजनाओं पर अपना लेवल चिपकाने में माहिल है तेलंगाना सरकार
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि केंद्र की एनडीए सरकार तेलंगाना के किसानों के लिए, तेलंगाना के नौजवानों के लिए, यहां के विकास के लिए मदद करने के लिए हमेशा आगे रही है. नया एम्स हो, सैनिक स्कूल हो, ऐसे अनेक प्रोजेक्ट इस क्षेत्र के लिए स्वीकृत हुए हैं. हमने जितना काम किया है, वो और अधिक हो सकता था लेकिन बार-बार चिट्ठियां लिखने के बावजूद यहां की सरकार ने ध्यान ही नहीं दिया. स्थिति ये है कि जो भी केंद्र सरकार की योजनाएं होती हैं, उन पर भी अपना लेवल चिपकाने की महारत यहां की सरकार ने हासिल कर ली है.