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शिवगंगा लोकसभा सीट: त्रिकोणीय लड़ाई में फंसे कार्ति चिदंबरम

शिवगंगा लोकसभा सीट पर इस बार कुल 26 उम्मीदवार मैदान में हैं. 2014 की हार को भुलाकर एक बार फिर कार्ति चिदंबरम चुनाव मैदान में हैं. इस सीट पर कार्ति चिदंबरम के पिता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम सात बार सांसद रह चुके हैं.

चुनाव प्रचार करते कार्ति चिदंबरम चुनाव प्रचार करते कार्ति चिदंबरम
पंकज सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 16 अप्रैल 2019,
  • अपडेटेड 5:15 PM IST

लोकसभा चुनाव 2019 में दक्षिण के तमिलनाडु की शिवगंगा सीट इस बार कई मायनों में खास है. 18 अप्रैल को वोटिंग है और तमिलनाडु की इस सीट पर सभी की निगाहें हैं. कांग्रेस के अंदरखाने विरोध के बावजूद इस सीट पर कार्ति चिदंबरम को उम्मीदवार बनाया गया है. 2014 की हार को भुलाकर एक बार फिर कार्ति चिदंबरम चुनाव मैदान में हैं. इस सीट से कार्ति चिदंबरम के पिता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम 7 बार सांसद रह चुके हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में वह पिता की जीत का सिलसिला दोहरा नहीं पाए और इस सीट पर वह चुनाव हार गए.

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शिवगंगा लोकसभा सीट पर इस बार कुल 26 उम्मीदवार मैदान में हैं. इस लोकसभा सीट पर कांग्रेस और बीजेपी के साथ ही साथ अभिनेता से नेता बने कमल हासन की पार्टी मक्कल नीधि मय्यम के कविंगनर शेनकन के बीच त्रिकोणीय लड़ाई है. तमिलनाडु में बीजेपी का एआईएडीएमके के साथ गठबंधन है, जबकि कांग्रेस डीएमके के साथ है. बीजेपी की ओर से एच राजा चुनावी मैदान में हैं, 2014 के लोकसभा चुनाव में एच राजा तीसरे स्थान पर थे.

कार्ति चिदंबरम को पार्टी के बाहर और भीतर दोनों तरफ लड़नी है लड़ाई

कांग्रेस ने शिवगंगा सीट पर एक बार फिर से कार्ति चिदंबरम को टिकट दिया है. इस सीट पर पूर्व केंद्रीय मंत्री और तमिलनाडु कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ईएम सुदर्शन नचियप्पन प्रबल दावेदार थे. कार्ति को टिकट मिलने से नाराज नचियप्पन ने पार्टी के खिलाफ ही मोर्चा खोला दिया था. नचियप्पन ने कहा कि चिदंबरम परिवार पर भ्रष्टाचार के मामले चल रहे हैं. कार्ति को टिकट देने से पार्टी की छवि खराब होगी और लोकसभा चुनाव में नुकसान होगा. नचियप्पन ने कहा कि पी. चिदंबरम ने मेरा रास्ता रोकने के लिए अपना राजनीतिक कार्ड खेला है. पार्टी के भीतर से एक ओर कार्ति चिदंबरम को पार पाना है वहीं दूसरी ओर बीजेपी उम्मीदवार एच राजा से उन्हें कड़ी चुनौती मिल रही है. कमल हासन की पार्टी मक्कल नीधि मय्यम के कविंगनर शेनकन इस सीट पर लड़ाई त्रिकोणीय बना रहे हैं. कांग्रेस जहां डीएमके के साथ चुनावी मैदान में हैं वहीं बीजेपी एआईएडीएमके के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है. कार्ति चिदंबरम राज्य सरकार की नाकामियों को गिना रहे हैं. वहीं एच राजा एआईएडीएमके की राज्य सरकार और केंद्र की मोदी सरकार के कामकाज गिनाने में जुटे हैं.

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किस मामले में आरोपी हैं कार्ति चिदंबरम

कार्ति चिदंबरम एयरसेल-मैक्सिस मामले में आरोपी हैं. उनके पिता पी. चिदंबरम भी सह आरोपी हैं. इसके अलावा उनपर INX मामले को लेकर भी केस चल रहा है. कार्ति पर आरोप है कि INX मीडिया को 2007 में 305 करोड़ रुपए का विदेशी धन प्राप्त करने में एफआईपीबी की मंजूरी में अनियमितता की गई है. इस दौरान कार्ति चिदंबरम के पिता पी. चिदंबरम केंद्रीय वित्त मंत्री थे. बीते साल फरवरी में ईडी ने INX मामले में ही कार्ति चिदंबरम को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन बाद में उन्हें जमानत मिल गई थी.

शिवगंगा सीट पर किसका रहा है वर्चस्व

शिवगंगा सीट 1967 में पहली बार अस्तित्व में आई थी. 1967 और 71 के लोकसभा चुनाव में यहां से कीरूत्तीनान द्रमुक उम्मीदवार विजयी रहे. 1977 में पी त्यागराजन अन्नाद्रमुक से विजयी रहे. इसके बाद 1980 से लेकर1991 तक यह सीट कांग्रेस के पास रही. 1980 के बाद बाकी के चुनाव में पी चिदंबरम विजयी रहे. 1996 और 98 में भी पी चिदंबरम तमिल मनीला कांग्रेस से इस सीट पर चुनाव जीते. 1999 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर ईएम सुदर्शन नचियप्पन विजयी रहे. 2004 और 2009 के चुनाव में एक बार फिर पी चिदंबरम कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते. 2014 के लोकसभा चुनाव में पीआर सेंथिलनाथन अन्नाद्रमुक के टिकट पर चुनाव जीते.

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