
लोकसभा चुनाव 2019 में कर्नाटक की 14 लोकसभा सीटों पर दूसरे चरण यानी 18 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे. कांग्रेस-जेडीएस मिलकर चुनावी मैदान में उतरे हैं. दूसरे चरण की 14 लोकसभा सीटों में से कांग्रेस 10 और जेडीएस 4 सीटों पर मैदान में हैं. जबकि बीजेपी 13 सीटों पर किस्मत आजमा रही है . बीजेपी एक सीट पर सीट पर निर्दलीय का समर्थन कर रही है. इस तरह से कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के लिए ये चरण काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. 2014 के लोकसभा नतीजों को देखें तो 6 पर कांग्रेस, 6 पर बीजेपी और 2 सीटों पर जेडीएस ने जीत दर्ज की थी. ऐसे में पहले चरण में बीजेपी और कांग्रेस दोनों को अपने राजनीतिक वर्चस्व को बरकरार रखने की बड़ी चुनौती होगी.
कोलार
कोलार लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने अपने मौजूदा सांसद के.एच. मुनियप्पा को मैदान में उतारा है. वहीं बीजेपी एस. मुनिस्वामी को अपना प्रत्याशी बनाया है. इनके अलावा बसपा, अंबेडकर समाज पार्टी, रिपब्लिक सेना सहित कई निर्दलीय उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. हालांकि ये सीट कांग्रेस की सबसे मजूबत सीटों में से एक है. मुनियप्पा लगातार यहां जीत दर्ज करते आ रहे हैं. कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के चलते बीजेपी को इस सीट पर कड़ी चुनौती मिल रही है. बीजेपी इस सीट पर अभी तक खाता नहीं खोल पाई है.
चिकबलपुर
चिकबलपुर लोकसभा सीट पर कांग्रेस से दिग्गज नेता वीरप्पा मोइली मैदान में हैं, जिनका मुकाबला बीजेपी के बीएन बाचेगौड़ा से है. कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन होने के नाते वीरप्पा मोइली काफी मजबूत माने जा रहे हैं. इतना ही नहीं इस सीट पर बीजेपी अभी तक खाता नहीं खोल सकी है. ऐसे में बीजेपी कमल खिलाने के लिए हरसंभव कोशिश में जुटी है. वहीं, कांग्रेस अपना राजनीतिक वर्चस्व कायम रखना चाहती है. 2014 के लोकसभा चुनाव में वीरप्पा मोइली ने चिकबलपुर सीट पर बीजेपी के बी एन बाचेगौड़ा को 9,520 वोटों से हराया था.
बेंगलुरु दक्षिण
कर्नाटक की बेंगलुरु दक्षिण लोकसभा सीट पर बीजेपी के युवा नेता तेजस्वी सूर्या मैदान में है, जिनका मुकाबला कांग्रेस के दिग्गज नेता बीके हरिप्रसाद से है. हालांकि यह सीट बीजेपी की परंपरागत सीट मानी जाती है. यहां से दिवंगत नेता अनंत कुमार सांसद चुने जाते रहे हैं. लेकिन पिछले साल नवंबर में उनका निधन हो गया. ऐसे में तेजस्वी सूर्या के कंधो पर बीजेपी की जीत के सिलसिले को बरकरार रखने की चुनौती है तो बीके हरिप्रसाद कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के सहारे जीत की आस लगाए हुए हैं.
बेंगलुरु सेंट्रल
कर्नाटक की बेंगलुरु सेंट्रल लोकसभा सीट पर बीजेपी के मौजूदा सांसद पीसी मोहन एक बार फिर चुनावी मैदान में हैं. कांग्रेस से रिजवान अरशद उतरे हैं. लेकिन अभिनेता प्रकाश राज ने निर्दलीय मैदान में उतरकर कांग्रेस और बीजेपी दोनों के सियासी समीकरण को बिगाड़ दिया है. 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के पीसी मोहन ने यहां से जीत हासिल की थी.
बेंगलुर उत्तर
बेंगलुर उत्तर लोकसभा सीट पर कांग्रेस से कृष्ण बायरे गौड़ा और बीजेपी के मौजूदा सांसद और दिग्गज नेता सदानंद गौड़ा के बीच सीधी लड़ाई नजर आ रही है. हालांकि 2014 के लोकसभा चुनाव मेें बीजेपी के सदानंद गौड़ा ने जीत दर्ज की थी. जेडीएस के समर्थन से कांग्रेस इस सीट पर बीजेपी के मात देने की कवायद में जुटी है, लेकिन शहरी सीट होने के नाते बीजेपी की इस सीट पर काफी मजबूत पकड़ है.
बेंगलुरु ग्रामीण
कर्नाटक में बेंगलुरु ग्रामीण लोकसभा सीट पर कांग्रेस के डीके सुरेश मैदान में हैं. वहीं, बीजेपी से अश्वथ नारायण गौड़ा उतरे हैं. इसके अलावा बसपा डॉ. चिनप्पा वाई चिखाहगैडे भी रणभूमि में है. कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के चलते कांग्रेस के लिए यह सीट मजबूत मानी जा रही है, लेकिन बीजेपी ने जिस तरह नारायण गौड़ा को उतारा है. इससे कांग्रेस के डीके सुरेश को काफी कड़ी चुनौती मिल सकती है.
चामराजनगर
चामराजनगर लोकसभा सीट पर कांग्रेस से आर ध्रुवनारायण, बीजेपी से वी श्रीनिवास प्रसाद और बसपा से डॉ शिवकुमार सहित कुल 10 उम्मीदवार मैदान में है. 2014 में मोदी लहर के बावजूद कांग्रेस यहां से जीत दर्ज करने में सफल रही थी. बसपा का इस सीट पर अच्छा खासा आधार है. ऐसे में माना जा रहा है कि इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला होगा. हालांकि कांग्रेस और जेडीएस गठबंधन के चलते आर ध्रुवनारायण एक बार फिर जीत की उम्मीद लगाए हुए हैं.
मैसूर
मैसूर लोकसभा सीट पर बीजेपी से प्रताप सिम्हा, कांग्रेस से सीएच विजयशंकर और बसपा से डॉ. बी चंद्रगौड़ा चुनावी मैदान में हैं. लेकिन मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच माना जा रहा है. 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के प्रताप सिम्हा ने अब्बगोरू एच विश्वनाथ को मात देकर जीत दर्ज की थी. इस बार कांग्रेस जेडीएस के सहारे जीत की उम्मीद लगाए हुए है.
मंड्या
कर्नाटक में मंड्या लोकसभा सीट 'देवगौड़ा परिवार' की परंपरागत सीट मानी जाती है. इस बार मंड्या सीट देवगौड़ा परिवार की तीसरी पीढ़ी और मुख्यमंत्री कुमारस्वामी के बेचे निखिल कुमारस्वामी जेडीएस उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में हैं. इस सीट पर कांग्रेस के दिवंगत नेता एम एच.अम्बरीश की पत्नी एवं अभिनेत्री सुमनलता मैदान में है, जिनका बीजेपी समर्थन कर रही है. इस सीट पर बीजेपी ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है. हालांकि कांग्रेस जेडीएस के गठबंधन होने के चलते निखिल कुमारस्वामी काफी मजबूत माने जा रहे हैं.
तुमकुर
तुमकुर लोकसभा सीट सुर्खियों में है, यहां से पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा चुनावी मैदान में हैं. देवगौड़ के खिलाफ बीजेपी के जीएस बसवाराज अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. तुमकुर सीट कांग्रेस का दुर्ग माना जाता है, 2014 में एसपी मुदाहनुमे गौड़ा सांसद चुने गए थे. लेकिन सीट शेयरिंग में कांग्रेस ने ये सीट जेडीएस को दे दी है. इसीलिए देवगौड़ा मैदान में उतरे हैं. ऐसे में अब यहां जेडीएस और बीजेपी के बीच सीधी लड़ाई मानी जा रही है.
चित्रदुर्ग
चित्रदुर्ग लोकसभा सीट को आम तौर पर कांग्रेस की परंपरागत सीट मानी जाती है. कांग्रेस से मौजूदा सांसद बीएन चंद्रप्पा मैदान में उतरे हैं. कांग्रेस के इस दुर्ग को भेदने के लिए बीजेपी ने ए. नारायणस्वामी को उतारा है. लेकिन कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के चलते बीजेपी के लिए इस सीट पर कमल खिलाना आसान नहीं है.
उडुपी-चिकमंगलूर
कर्नाटक की उडुपी चिकमंगलूर लोकसभा सीट पर जेडीएस से प्रमोद माधवराज, बीजेपी से शोभा करंदलाजे, बसपा से परमेश्वर और शिवसेना से पी गौतम प्रभु सहित 12 प्रत्याशी मैदान में हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में यहां से बीजेपी उम्मीदवार शोभा करंदलाजे ने कांग्रेस के जयप्रकाश हेगड़े को एक लाख 81 हजार वोटों से करारी मात दी थी. जेडीएस कांग्रेस के सहारे जीत की आस लगाए हुए है.
हासन
कर्नाटक की हासन लोकसभा सीट देवगौड़ा परिवार की परंपरागत सीट मानी जाती है. इस बार जेडीएस से प्रज्ज्वल रेवन्ना, बीजेपी से मंजू, बसपा से केएच विनोदराज और उत्तम प्रजाकीय पार्टी से एचएम चंद्रगौड़ा सहित 6 प्रत्याशी मैदान में है. 2014 के लोकसभा चुनाव में देवगौड़ा ने कांग्रेस के ए मंजू को एक लाख से ज्यादा वोटों से करारी मात दी थी. इस बार के सियासी संग्राम में कांग्रेस और जेडीएस के गठबंधन के चलते बीजेपी के लिए इस सीट पर जीत दर्ज करना आसान नहीं है. वहीं इस बार इस सीट से अपने दादा की विरासत को संभालते हुए प्रज्वल रेवन्ना चुनाव लड़ रहे हैं. वो एचडी देवगौड़ा के पोते हैं.
दक्षिण कन्नड़
कर्नाटक की दक्षिण कन्नड़ लोकसभा सीट पर बीजेपी से नलिन कुमार कटील कांग्रेस से मिथुन एम राय, बसपा से एस सतीश सालियान, सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया से मोहम्मद इलियास और उत्तम प्रजाकीय पार्टी से विजय श्रीनिवास सहित 13 उम्मीदवार मैदान में हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में दक्षिण कन्नड़ सीट से बीजेपी के नलिन कुमार कटील ने कांग्रेस के जनार्दन पुजारी को हराया था. जेडीएस गठबंधन के चलते कांग्रेस इस सीट पर जीत की उम्मीद लगाए हुए है.
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