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महाराष्ट्र में आज BJP-शिवसेना गठबंधन का ऐलान? शाह करेंगे उद्धव से मुलाकात

महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना एक बार फिर मिलकर चुनावी मैदान में उतरने का ऐलान कर सकते हैं. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह सोमवार को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुंबई में मुलाकात करेंगे. लोकसभा और विधानसभा चुनाव में दोनों पार्टियां मिलकर चुनावी मैदान में एक बार फिर उतरने की तैयारी में हैं.

उद्वव ठाकरे और अमित शाह (फोटो-फाइल) उद्वव ठाकरे और अमित शाह (फोटो-फाइल)
हिमांशु मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 18 फरवरी 2019,
  • अपडेटेड 11:11 AM IST

महाराष्ट्र में शिवसेना और बीजेपी के बीच गठबंधन को लेकर लंबे समय से रस्साकशी जारी है. इन सबके बीच बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह सोमवार को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुंबई में मुलाकात करेंगे. माना जा रहा है कि इस मुलाकात में शिवसेना और बीजेपी के बीच गठबंधन को लेकर सहमति बन सकती है. लोकसभा और विधानसभा चुनाव में दोनों पार्टियां मिलकर चुनावी मैदान में एक बार फिर उतरने की तैयारी में हैं.

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शिवसेना केंद्र की मोदी और राज्य की फणनवीस सरकार पर कितने भी हमले करे, लेकिन अब दोनों फिर से एक साथ मिलकर चुनाव लड़ सकते हैं. सूत्रों की मानें तो महाराष्ट्र विधानसभा में आधी-आधी सीटों पर चुनाव लड़ने के फॉर्मूले पर सहमति बन गई है. इसके अलावा लोकसभा चुनाव में बीजेपी 25 और शिवसेना के 23 सीटों पर चुनाव लड़ने को लेकर बात बनी है.

बता दें कि महाराष्ट्र में लोकसभा की कुल 48 सीटें हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी 26 सीटों पर चुनावी मैदान में उतरी थी, जिनमें से 23 सीटों पर जीत हासिल हुई थी. जबकि शिवसेना 22 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और 18 सीटें जीती थी. वहीं, विधानसभा चुनाव में बीजेपी और शिवसेना ने अलग-अलग चुनाव लड़े थे, लेकिन बाद में दोनों ने मिलकर सरकार बनाया था.

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बीजेपी और शिवसेना के बीच लंबी कसरत के बाद अब दोनों में सहमति दिख रही है. यही वजह है कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह सोमवार की शाम को शिवसेना प्रमुख से मुलाकात करने मुंबई पहुंच रहे हैं. माना जा रहा है कि राज्य की पालघर लोकसभा सीट को बीजेपी छोड़ने के लिए तैयार है.

लोकसभा के साथ-साथ विधानसभा चुनावों में भी सीटों का बंटवारा लगभग तय माना जा रहा है. हालांकि मुख्यमंत्री पद को लेकर अभी पेंच फंसा हुआ है. शिवसेना सीएम पद अपने पास चाहती है. विधानसभा चुनाव में किसी की भी पार्टी की सीटें ज्यादा आएं, लेकिन मुख्यमंत्री शिवसेना का ही होगा. जबकि बीजेपी ने शिवसेना के सामने ढाई-ढाई साल का फॉर्मूला रखा है, लेकिन अभी इसे लेकर संशय बना हुआ है.

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