
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बसपा के गठबंधन के बाद मंगलवार को बीएसपी सुप्रीमो मायावती अपना 63वां मनाएंगी. मायावती के जन्मदिन पर पर लखनऊ और दिल्ली दोनों जगह कार्यक्रम आयोजित होंगे. इसके लिये पार्टी कार्यकर्ता व्यापक तैयारियों में जुटे हैं. बीएसपी मायावती के जन्मदिन पर शक्ति प्रदर्शन की तैयारियों में भी जुटी है इसके लिए विभिन्न दलों के नेताओं को न्योता भेजा गया है. मायावती अपने जन्मदिन पर सुबह 11 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करेंगी, साथ ही इस मौके पर अपनी बुक का भी विमोचन करेंगी.
बीएसपी सूत्रों का कहना है कि पार्टी के सहयोगी दलों सपा, जेडीएस, छत्तीसगढ़ कांग्रेस, इनेलो, आरजेडी, तृणमूल कांग्रेस सहित कई दलों के नेताओं को भी जन्मदिन में शामिल होने का न्योता दिया गया है. इन सभी दलों के नेताओं के दिल्ली में जुटने की संभावना को देखते हुए ही जन्मदिन लखनऊ के साथ-साथ दिल्ली में भी मनाने का फैसला लिया गया है.
सीट बंटवारे का ऐलान
बसपा-सपा गठबंधन की घोषणा के बाद अब कयास यह भी लगाये जा रहे हैं कि जन्मदिन के मौके पर मायावती लोकसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे का ऐलान कर सकती हैं. गौरतलब है कि 2 दिन पहले साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में मायावती ने सीटों के बंटवारे पर जल्दी घोषणा करने की बात कही थी. राष्ट्रीय जनता दल के नेता और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सोमवार देर रात मायावती के घर पहुंचे और उन्हें जन्मदिन की अग्रिम बधाई दी. तेजस्वी ने इसके बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव से भी मुलाकात की है.
मायावती का जन्मदिन हर साल 'जन कल्याणकारी दिवस' के तौर पर मनाया जाता है. 15 जनवरी को सुबह लखनऊ में पार्टी कार्यालय पर जन्मदिन मनाया जाएगा और फिर दोपहर बाद मायावती दिल्ली चली जाएंगी. यहीं पर सहयोगी दलों के नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है.
साथ आए सपा-बसपा
सपा प्रमुख जन्मदिन के दिन सामान्य तौर पर अपने कार्यालय पर प्रदेश पदाधिकारियों और लखनऊ मंडल के पदाधिकारियों से मिलती हैं. लेकिन इस बार का जन्मदिन खास है क्योंकि दो दशक बाद बीएसपी ने अपनी की धुर विरोधी पार्टी सपा के साथ गठबंधन कर एक साथ चुनाव लड़ने का फैसला किया है. दोनों दल यूपी की 38-38 सीटों लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेंगे, जबकि 2 सीटें अन्य दलों के लिए और रायबरेली-अमेठी सीट कांग्रेस के लिए छोड़ी गई है. हालांकि कांग्रेस को इस गठबंधन से बाहर रखा गया है और राहुल गांधी की अगुवाई में पार्टी सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
गठबंधन के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव और बीएसपी प्रमुख मायावती की संयुक्त रैलियों का कार्यक्रम भी तय हो चुका है. सूत्रों के मुताबिक दोनों नेता वाराणसी, कानपुर, इलाहाबाद, गोरखपुर समेत हर मंडल में करीब 20 रैलियां कर सकते हैं. बसपा सुप्रीमो मायावती के जन्मदिन को लेकर शहर में पार्टी कार्यकर्ताओं ने कई जगह पर उनके होर्डिंग और पोस्टर लगाये हैं जिसमें उनके जन्मदिन पर बधाई संदेश लिखे गये हैं.
(शिवेंद्र श्रीवास्तव के इनपुट के साथ)