
एनडीए में सीट बंटवारे में सबसे ज्यादा नुकसान बीजेपी को हुआ है इसलिए सबसे ज्यादा आंतरिक लड़ाई भी बीजेपी में ही देखने को मिल रही है. बीजेपी की 4 सीटें जेडीयू को और एक सीट एलजेपी को गई है जबकि पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन की सीट भागलपुर भी जेडीयू में खाते में चली गई है. सोमवार को जेडीयू के महासचिव आरसीपी सिंह दिल्ली गए. सीट बंटवारे के बाद आरसीपी सिंह के दिल्ली जाने को इसी से जोड़ कर देखा जा रहा है.
बीजेपी में सबसे बडी घामासान की वजह केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की सीट नवादा एलजेडी के हिस्से में जाने से और शाहनवाज हुसैन की सीट जेडीयू को जाने की वजह से है. केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद की सीट पटना साहिब तय होने की खबर को लेकर उनके और राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा के बीच तनातनी जारी है. भागलपुर और बाल्मीकिनगर की सीट जेडीयू को जाने से स्थानीय बीजेपी कार्यकर्ताओं में नाराजगी दिख रही है और कई मंडल अध्यक्षों ने सामूहिक इस्तीफे की पेशकश भी की है.
गिरिराज सिंह नवाद सीट न मिले से नाराज हैं. उन्होंने कहा कि नवाद सीट एलजेपी को देने से पहले उनसे पूछा तक नहीं गया. हालांकि माना जा रहा है कि गिरिराज सिंह को बेगूसराय से टिकट दिया जाएगा जहां से वो 2014 में चुनाव लडना चाहते थे. लेकिन गिरिराज सिंह इसके जवाब में कहते हैं कि मै कार्यकर्ता हूं, कार्यकर्ता था और कार्यकर्ता रहूंगा. इसका मतलब ये है कि पार्टी जहां से कहेगी वहां से चुनाव लड़ेंगे.
लेकिन गिरिराज सिंह के इस जवाब से बेगूसराय से ही टिकट के दावेदार बीजेपी के एमएलसी रजनीश कुमार को सहन नहीं हुआ और उन्होंने ट्वीट कर कहा कि गिरिराज सिंह को अब अपना मोह माया समेट कर नाटक बंद कर देना चाहिए और बेगूसराय आकर लड़ने की तैयारी करनी चाहिए. रजनीश कुमार का कहना है कि पिछले कई दिनों से ये बात हो रही है कि नवादा सीट एलजेपी को चली गई है तब गिरिराज सिंह ने क्यों नहीं बोला तब वो चुप थे. अब जबकि सीटों के बंटवारे का ऐलान हो गया है तो उसके बाद अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं. वो ये भी नहीं कह रहे हैं कि बेगूसराय से चुनाव नहीं लड़ेंगे. रजनीश कुमार का कहना है कि बेगूसराय में वो अपने लोगों को चुनाव के लिए तैयारी करने के लिए भी बोल रहे हैं.
पटना साहिब से बीजेपी केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को उतारने की तैयारी में हैं लेकिन यहीं से राज्यसभा सांसद आर के सिन्हा भी दावेदारी कर रहे हैं. दोनों कायस्थ जाति से आते हैं और पटना साहिब कायस्थ बहुल लोकसभा क्षेत्र है. बीजेपी आला कमान की पहली पसंद रविशंकर प्रसाद है तो आरएसएस आर के सिन्हा को उम्मीदवार बनाने में लगा है. सोमवार को कायस्थ महासभा ने भी कहा कि आर के सिन्हा को ही उनका समर्थन है.