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तेलंगाना की नगरकुरनूल लोकसभा सीट से इस बार कुल 11 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. इस सीट पर कुल 28 नामांकन पत्र दाखिल किए गए थे, जिनमें से 22 नामांकन पत्रों को चुनाव आयोग ने स्वीकार किया था. इसके बाद नामांकन पत्रों की जांच की गई और कुल 12 उम्मीदवारों के नामांकन को वैलिड पाया गया. इसके बाद एक उम्मीदवार ने अपना नाम वापस ले लिया. यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है.
नगरकुरनूल लोकसभा सीट से कुल 11 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. चुनाव आयोग के मुताबिक तेलंगाना राष्ट्र समिति से पोथुगंति रामुलु, कांग्रेस से डॉ मल्लू रवि, बहुजन समाज पार्टी से बी योसेफ, भारतीय जनता पार्टी से श्रुति बंगारू, इंडिया प्रजा बंधु पार्टी से वी अमरनाथ और बहुजन मुक्ति पार्टी से गद्दम विजय चुनाव मैदान में हैं. इसके अलावा करवंगा शरथ, चारगोंडा कृष्णाम्मा, प्रभुदास बंडारू थुमु, बाकी रेनुका और श्रीनिवास बुद्दुल बतौर निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं.
इस सीट पर साल 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के येल्ला नंदी ने जीत हासिल की थी. हालांकि इस बार कांग्रेस ने उनका टिकट काटकर डॉ मल्लू रवि को मौका दिया है. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में येल्ला नंदी ने अपने करीबी प्रतिद्वंदी टीआरएस के मंडा जगन्नाथ को 17 हजार वोटों के अंतर से शिकस्त दी थी. कांग्रेस नेता नंदी को 37.88 फीसदी यानी 4 लाख 20 हजार 075 वोट मिले थे. वहीं, मंडा जगन्नाथ को 36.38 फीसदी यानी 4 लाख 3 हजार 399 वोट प्राप्त हुए थे. इसके अलावा एक लाख 83 हजार 312 वोटों के साथ टीडीपी उम्मीदवार बी. नरसिमलू तीसरे नंबर पर रहे थे. हालांकि साल 2009 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस में रहे मंडा जगन्नाथ को जीत मिली थी. उन्होंने टीआरएस के जी. बालाराजू को करीब 50 हजार वोटों के अंतर से मात दी थी.
नगरकुरनूल लोकसभा सीट 1962 में तीसरे लोकसभा चुनाव के दौरान अस्तित्व में आई थी. उस समय यह गडवाल सीट का हिस्सा थी. इस सीट पर अब तक 14 बार लोकसभा चुनाव हो चुके हैं, जिसमें से सबसे ज्यादा 9 बार कांग्रेस ने जीत हासिल की. इसके अलावा 4 बार टीडीपी को और एक बार प्रजा राज्यम समिति को भी जीत मिल चुकी है. इस सीट से मंडा जगन्नाथ लगातार तीन बार सांसद रह चुके हैं. उन्होंने एक बार कांग्रेस और दो बार टीडीपी के टिकट पर जीत हासिल की.
आपको बता दें कि नगरकुरनूल लोकसभा सीट महबूबनगर जिले में आती है. इस संसदीय क्षेत्र की सीमा आंध्र प्रदेश से लगती है. नगरकुरनूल जिले का निर्माण तेलंगाना राज्य में हुआ था, जो पहले महबूबनगर जिले का ही हिस्सा था. यह लोकसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है.
नगरकुरनूल लोकसभा सीट पर कुल 14 लाख 77 हजार 338 वोटर हैं, जिनमें से 7 लाख 45 हजार 38 पुरुष और 7 लाख 32 हजार 300 महिला वोटर हैं. साल 2014 के लोकसभा चुनावों में यहां पर 75 फीसदी से ज्यादा वोटिंग हुई थी.
साल 2011 की जनगणना के मुताबिक इस सीट की करीब 90 फीसदी आबादी ग्रामीण इलाकों में रहती है, जबकि बाकी की 10 फीसदी आबादी शहरी है. यहां पर अनुसूचित जाति की आबादी करीब 19.63 फीसदी है और अनुसूचित जनजाति की आबादी 9.31 फीसदी है.
नगरकुरनूल संसदीय क्षेत्र में विधानसभा की सात सीटें आती हैं, जिनमें वानापार्थी, गडवाल, आलमपुर, नगरकुरनूल, अचम्पेट, कालवाकुरथी और कोल्लापुर विधानसभा सीटें शामिल हैं. इनमें से आलमपुर सीट अनुसूचित जाति और अचम्पेट सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. साल 2018 के विधानसभा चुनाव में यहां की छह सीटों पर टीआरएस और एक सीट पर कांग्रेस ने कब्जा जमाया था.