
नरेंद्र मोदी ने लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. गुरुवार को पीएम मोदी सहित 58 मंत्रियों ने शपथ ली. इनमें 24 कैबिनेट, 9 स्वतंत्र प्रभार के साथ राज्यमंत्री और 24 राज्यमंत्री शामिल हैं. इस साल होने वाले महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड के विधानसभा चुनाव को देखते हुए मोदी के केंद्रीय मंत्रिमंडल में इन तीन राज्यों को खास तरजीह दी गई है.
महाराष्ट्र से आठ मंत्री
मोदी सरकार में महाराष्ट्र से आठ मंत्री बनाए गए हैं, जिनमें से चार को कैबिनेट और चार को राज्य मंत्री बनाया गया है. बीजेपी कोटे से नितिन गडकरी, प्रकाश जावेड़कर और पीयूष गोयल को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है. जबकि शिवसेना के कोटे से अरविंद सावंत को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है. बीजेपी कोटे से राव साहब दानवे, धोत्रे संजय शामराव और वी मुरलीधरन राज्यमंत्री बने हैं. जबकि बीजेपी की सहयोगी दल आरपीआई से रामदास अठावले राज्यमंत्री बने हैं.
हालांकि मोदी सरकार की पिछली कैबिनेट में भी महाराष्ट्र से आठ मंत्री बनाए गए थे. बीजेपी-शिवसेना गठबंधन ने इस बार लोकसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन किया है. महाराष्ट्र में बीजेपी 23 और शिवसेना 18 सीट जीती है. महाराष्ट्र में दो महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं. यही वजह है कि मोदी कैबिनेट में प्रदेश का खास अहमियत दी गई है.
हरियाणा में तीन मंत्री
मोदी कैबिनेट में इस बार हरियाणा से तीन मंत्री बनाए गए हैं. इनमें राव इंद्रजीत सिंह को राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया है. इसके अलावा कृष्णपाल गुर्जर और रतनलाल कटेरिया राज्य मंत्री बने हैं. इस बार हरियाणा में गैर-जाट का दांव खेलते हुए गुर्जर, यादव और दलित समीकरण का बीजेपी ने मंत्रिमंडल में ख्याल रखा है. हरियाणा में दो महीने के बाद ही विधानसभा चुनाव होने हैं. इसलिए बीजेपी गैर-जाट के दांव से एक बार फिर सत्ता बचाए रखना चाहती है.
झारखंड से दो मंत्री
मोदी कैबिनेट में झारखंड को खास तौर पर तवज्जो दी गई है. प्रदेश से दो कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं, जिनमें अर्जुन मुंडा और मुख्तार अब्बास नकवी शामिल हैं. नकवी झारखंड से राज्यसभा सदस्य हैं. जबकि मुंडा लोकसभा चुनाव जीतकर आए हैं. जबकि इससे पहले झारखंड से दो मंत्री बनाए गए थे और दोनों राज्यमंत्री थे.
झारखंड में दो महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि प्रदेश से दो कैबिनेट मंत्री बनाए जाने के पीछे विधानसभा चुनाव के चलते खास ख्याल रखा गया है. झारखंड में मुख्यमंत्री की कमान गैर-आदिवासी के पास है, ऐसे में मोदी कैबिनेट में आदिवासी चेहरे के तौर पर अर्जुन मुंडा को जगह देकर जातीय समीकरण साधने की कवायद की गई है.
गुजरात, कर्नाटक से तीन मंत्री
मोदी कैबिनेट में 29 राज्यों में से 22 को प्रतिनिधित्व मिला है. गुजरात से अमित शाह सहित कुल तीन मंत्री बनाए गए हैं. कर्नाटक से भी तीन मंत्री बने हैं. सभी 25 सीटें जितवाने वाले राजस्थान को भी एक कैबिनेट मंत्री सहित तीन मंत्री मिले हैं. पंजाब से तीन और केरल व असम से एक-एक मंत्री बनाए गए हैं. उत्तराखंड और दिल्ली से भी एक-एक मंत्री बनाए गए हैं.