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गया रैली में PM नरेंद्र मोदी के साथ मंच पर दिखी यह महिला नेता, बिहार में मचा बवाल

2 अप्रैल को गया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हुई चुनावी सभा विवादों के घेरे में आ गई है. उस दिन प्रधानमंत्री एनडीए उम्मीदवार विजय मांझी के पक्ष में प्रचार करने के लिए गया पहुंचे थे मगर विवाद तब पैदा हो गया जब एक वीडियो सामने आया है जहां पर जनता दल यूनाइटेड एमएलसी मनोरमा देवी प्रधानमंत्री के साथ मंच साझा करते हुए दिख रही हैं.

गया रैली में पीएम मोदी के साथ दिखीं मनोरमा देवी गया रैली में पीएम मोदी के साथ दिखीं मनोरमा देवी
रोहित कुमार सिंह
  • पटना,
  • 05 अप्रैल 2019,
  • अपडेटेड 10:10 AM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 2 अप्रैल को गया में हुई चुनावी सभा विवादों के घेरे में आ गई है. उस दिन प्रधानमंत्री एनडीए उम्मीदवार विजय मांझी के पक्ष में प्रचार करने के लिए गया पहुंचे थे मगर विवाद तब पैदा हो गया जब एक वीडियो सामने आया है जहां पर जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) एमएलसी मनोरमा देवी प्रधानमंत्री के साथ मंच साझा करते हुए दिख रही हैं. इस वीडियो में मनोरमा देवी प्रधानमंत्री के ठीक पीछे बैठी हुई दिख रही हैं.

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मनोरमा देवी 2016 में हुए आदित्य सचदेवा रोड रेज केस में आरोपी रॉकी यादव की मां हैं और घर में अवैध शराब रखने के मामले में फिलहाल जमानत पर हैं. जिस वक्त प्रधानमंत्री के साथ मनोरमा देवी मंच साझा कर रही थीं उसी वक्त वहां पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और लोक जनशक्ति पार्टी सुप्रीमो राम विलास पासवान भी मौजूद थे.

जेडीयू ने किया था निलंबित

बता दें कि अवैध शराब मामले में गिरफ्तारी के बाद जेडीयू ने मनोरमा देवी को पार्टी से 6 साल के लिए निलंबित कर दिया था हालांकि बाद में उनका निलंबन रद्द हो गया. जिस वक्त जेडीयू ने मनोरमा देवी को निलंबित किया था उस वक्त वह पार्टी की एमएलसी थीं. मनोरमा देवी मगध क्षेत्र के कुख्यात बाहुबली और गैंगस्टर बिंदेश्वरी यादव उर्फ बिंदी यादव की पत्नी भी है.

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मनोरमा देवी का नाम पहली बार चर्चा में तब आया जब उसके बेटे रॉकी यादव ने 2016 मई में गया में हुए रोड रेज के एक मामले में नाबालिक आदित्य सचदेवा की गोली मारकर हत्या कर दी थी. रोडवेज के इस मामले में रॉकी यादव आजीवन कारावास की सजा काट रहा है जबकि इस मामले में साक्ष्य छुपाने का आरोपी बिंदी यादव को कोर्ट ने 3 साल के लिए जेल की सजा सुनाई थी मगर बाद में उसे जमानत मिल गई.

जमानत पर रिहा

रोड रेज मामले की जांच के दौरान पुलिस ने मनोरमा देवी के घर पर छापेमारी भी की थी जहां से उसे कई अवैध शराब की बोतलें मिली थी जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था मगर बाद में वह जमानत पर रिहा हो गई थीं. 2001 में मनोरमा देवी गया के मोहनपुर प्रखंड की प्रमुख बनी थीं. 2003 और 2009 में मनोरमा देवी आरजेडी के सदस्य के तौर पर एमएलसी रह चुकी हैं.

मनोरमा देवी के पति बिंदी यादव का भी पुराना अपराधिक रिकॉर्ड है. मगध इलाके में बिंदी यादव को टेरर ऑफ मगध के रूप में भी जाना जाता है. पूर्व में बिंदी यादव नक्सलियों के साथ सांठगांठ और उन्हें हथियार सप्लाई करने के मामले में जेल भी जा चुका है जब उसे कुछ साल की सजा हुई थी.

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