
पटना के गांधी मैदान में एनडीए की 3 मार्च को होने वाली रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी सरकार के 5 सालों का लेखा जोखा सबूत के साथ पेश करेंगे. इस बात की जानकारी बिहार बीजेपी अध्यक्ष नित्यानंद राय ने रविवार को NDA के साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया कर्मियों को दी. यहां जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह और लोक जनशक्ति पार्टी प्रदेश अध्यक्ष पशुपति पारस भी मौजूद रहे.
नित्यानंद राय ने कहा कि पटना की रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के साथ मुख्यमंत्री और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार और केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी के मुखिया रामविलास पासवान शामिल होंगे. वहीं पशुपति पारस ने कहा कि बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी इस रैली में शिरकत करेंगे.
नित्यानंद राय ने कहा कि रैली में एक तरफ जहां प्रधानमंत्री अपने 5 साल के सरकार का रिपोर्ट कार्ड पेश करेंगे वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस से उनके 55 साल के शासनकाल का रिपोर्ट कार्ड पेश करने के लिए भी कहा जाएगा. नित्यानंद राय ने कहा कि इस रैली में हिसाब दिया जाएगा और लिया भी जाएगा.
यह पूछे जाने पर कि एनडीए में बड़े भाई की भूमिका में क्या बीजेपी है इसको लेकर नित्यानंद राय ने कहा कि लोकसभा चुनाव अमित शाह, नीतीश कुमार और रामविलास पासवान मिलकर लड़ेंगे ताकि नरेंद्र मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री बनाया जा सके.
वहीं वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि एनडीए की रैली को सफल बनाने के लिए तीनों दल के कार्यकर्ता सक्रिय हो गए हैं और कोशिश की जा रही है कि हाल के इतिहास में यह सबसे बड़ी रैली साबित हो.
गौरतलब है कि 3 फरवरी को पटना के गांधी मैदान में कांग्रेस की जन आकांक्षा रैली का आयोजन किया गया है जिसमें पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी शिरकत करेंगे. इस रैली में महागठबंधन के घटक दल आरजेडी, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी भी शिरकत करेगी. सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी की रैली में आरजेडी की ओर से तेजस्वी यादव, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा की ओर से जीतन राम मांझी और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी की ओर से उपेंद्र कुशवाहा शामिल होंगे.
सूत्रों की मानें तो, 3 मार्च को एनडीए की रैली कांग्रेस के 3 फरवरी की रैली के जवाब में होगी जहां पर महागठबंधन के द्वारा सरकार पर लगाए गए सभी आरोपों का जवाब दिया जाएगा.