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समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान ने कहा कि मैं चुनाव नहीं लड़ना चाहता था, लेकिन कोई विकल्प नहीं था. उन्होंने कहा कि अगर मैंने सुई की नोंक के बराबर भी गलत काम किया होता तो मोदीजी ने 5 साल में मुझे कुतुबमीनार पर टांग दिया होता. वह मंगलवार को अपने बेटे अब्दुल्ला आजम के साथ वोट डालने पहुंचे थे.
हाल ही में समाजवादी पार्टी के नेता और रामपुर लोकसभा सीट से उम्मीदवार आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम खान ने बीजेपी प्रत्याशी जया प्रदा के खिलाफ विवादित बयान दिया था. अब्दुल्ला ने कहा था 'अली भी हमारे हैं. बजरंग बली भी चाहिए, लेकिन अनारकली नहीं चाहिए.' रामपुर में रविवार को पिता आजम के समर्थन में एक जनसभा को संबोधित करते हुए अब्दुल्ला खान ने कहा था 'जो हमारे माथे पर गुलामी का कलंक था, वो फिर लग जाएगा. चुनाव विकास के नाम पर हो रहा है पर विकास न तो 2014 में हुआ और न 2017 में हुआ. यहां जिला तो दूर कब्रिस्तान की बाउंड्री नहीं बनाई.'
बता दें कि समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और रामपुर लोकसभा सीट से सपा के उम्मीदवार आजम खान ने जया प्रदा का नाम लिए बिना आपत्तिजनक बयान दिया था. उन्होंने कहा कि जिसको हम उंगली पकड़कर रामपुर लाए, आपने 10 साल जिनसे प्रतिनिधित्व कराया, उसकी असलियत समझने में आपको 17 साल लगे, मैं 17 दिन में पहचान गया कि इनका...खाकी रंग का है. इस बयान के बाद आजम खान के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत हुई थी. इसके बाद उनके प्रचार पर आयोग ने बैन लगाया था.
वैसे आजम खान और जया प्रदा के बीच जंग काफी पुरानी है. जया प्रदा पहले भी आजम खान पर गलत बयानबाजी का आरोप लगा चुकी हैं, तो कई बार उन्हें गुंडा भी कह चुकी हैं. पद्मावत फिल्म पर हुए विवाद के दौरान जया प्रदा ने आजम की तुलना खिलजी से की थी.
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