
मैसूर के शेर कहे जाने वाले टीपू सुल्तान का जिक्र मौत के 260 साल से ज्यादा वक्त बीत जाने के बाद भी होता रहता है. अतीत के सुल्तान की आज की राजनीति में भी मौजूदगी अक्सर दिख जाती है. कर्नाटक की सरकार हर साल क्षेत्रीय स्तर पर टीपू की जयंती आयोजित करती है और दक्षिणपंथी पार्टियां विशेषकर बीजेपी और संघ टीपू सुल्तान की जंयती का विरोध करते हैं. बीजेपी कांग्रेस पर टीपू सुल्तान को लेकर मुस्लिमों के तुष्टीकरण का आरोप भी मढ़ती रही है. छोटे और बड़े हर स्तर पर बीजेपी का रुख टीपू सुल्तान को लेकर साफ है. प्रधानमंत्री मोदी ने कर्नाटक के कोप्पल में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए 'सुल्तान' का जिक्र करके कांग्रेस और जनता दल(सेक्युलर) पर निशाना साधा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विपक्ष को लेकर काफी हमलावर रहते हैं. विपक्षी दलों के इतिहास और वर्तमान दोनों का जिक्र प्रधानमंत्री मोदी अपनी चुनावी रैलियों में करते रहते हैं.
प्रधानमंत्री मोदी भी परोक्ष रूप से टीपू सुल्तान की जयंती पर विपक्ष को घेरने से नहीं चूके. साथ ही उन्होंने अपने खंडहरों और सुंदर वास्तुकला और इतिहास के लिए प्रसिद्ध हंपी की उपेक्षा का भी कांग्रेस और जेडी(एस) पर आरोप लगाया. हंपी मध्य कर्नाटक के पूर्वी हिस्से में तुंगभद्रा नदी के तट पर स्थित है और कहा जता है कि इस शहर का पौराणिक रूप से बड़ा महत्व है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस और जेडी(एस) का जिक्र करते हुए कहा, 'ये लोग, जम्मू कश्मीर को जो भारत से अलग करने वालों समर्थक हैं, उनके खड़े हैं. इनके पास सुल्तान के उत्सव के लिए पैसा है, लेकिन हंपी के गौरव को याद करने के लिए इनके पास पैसे कम पड़ जाते हैं.'
प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस और जेडीएस पर सेना के अपमान का भी आरोप लगाया. मोदी ने कहा, 'जो सैनिक देश की सेवा के लिए जाते हैं, देश की रक्षा के लिए कुछ भी कर गुजरते हैं, रेगिस्तान में 50 डिग्री तापमान में जो जलते सुरज को झेलते हैं, महीनों तक समुद्र में तिरंगा लेकर दुश्मन को भटकने तक नहीं देते. उनके लिए ऐसी सोच. देश की सेना का अपमान करने वालों, डूब मरो.'
कांग्रेस और JD(S) सैनिकों के खिलाफ
प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्षी दलों को निशाना बनाते हुए कहा, 'इनके पास सुल्तान के उत्सव के लिए पैसा है, लेकिन हंपी के गौरव को याद करने के लिए इनके पास पैसे कम पड़ जाते हैं. कांग्रेस और जेडीएस भी राष्ट्रवादियों के खिलाफ, राष्ट्र की रक्षा करने वालों के खिलाफ हैं. ये लोग, भारत तेरे टुकड़े होंगे के नारे लगाने वालों के साथ खड़े हैं. यही सोच है जिसकी वजह से हमारे वीरों को सीमा पर जरूरी सुविधाएं नहीं दी जाती थीं. यही सोच है जिसकी वजह से बुलेट-प्रूफ जैकेट तक देने में इन लोगों ने आनाकानी की, बरसों तक बुलेट-प्रूफ जैकेट की मांग को ये लोग अनसुनी करते रहे. यही सोच है जिसकी वजह से जेडीएस-कांग्रेस और इनके महामिलावटी दल, हमारे देश की सुरक्षा को, कोई महत्व नहीं देते. यही सोच है जिसकी वजह से इनके हर रक्षा सौदे में कोई न कोई घोटाला होता रहा. यही सोच है जिसकी वजह से हमारे जवानों को ये खराब क्वालिटी के हथियार मुहैया कराते रहे.'
कमीशन ही मिशन
सेना का जिक्र करके अक्सर प्रधानमंत्री मोदी कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी पार्टियों पर हमलावर रहते हैं. उन्होंने रैली को संबोधिक करते हुए कहा, 'सिर्फ और सिर्फ कुछ वोट जुटाने के लिए जो हमारे सपूतों के शौर्य का सबूत मांगते हैं, उनसे सावधान रहना ज़रूरी है. मोदी को नुकसान हो, सिर्फ इसलिए पाकिस्तान के प्रोपेगेंडा को जो आगे बढ़ा रहे हैं, उनको सबक सिखाना जरूरी है. ये लोग, जम्मू कश्मीर को जो भारत से अलग करने वालों समर्थक हैं, उनके खड़े हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर्नाटक के कोप्पल में चुनावी रैली कर रहे हैं. कांग्रेस और जनता दल(सेक्युलर) का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस परिवार के प्रतीक हैं. दोनों की पार्टियां जनता से कितनी कटी हुई हैं उतनी ही अपने परिवार से जुड़ी हुई हैं. इनके लिए आपकी आवश्यकताएं नहीं, देश की जरूरतें नहीं बल्कि अपना स्वार्थ महत्वपूर्ण हैं. कमीशन ही इनका मिशन है.'
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