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PSE: लोकसभा चुनाव में आतंकवाद नहीं बेरोज़गारी होगा सबसे अहम मुद्दा

लोकसभा चुनाव में बेरोजगारी सबसे अहम मुद्दा होगा. यह बात एक्सिस माई इंडिया की ओर से इंडिया टुडे के लिए कराए गए पॉलिटिकल स्टॉक एक्सचेंज (PSE) में सामने आई है. इस सर्वे के मुताबिक 36 फीसदी लोगों ने बेरोजगारी और 23 फीसदी लोगों ने आतंकवाद को लोकसभा चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा बताया है.

Prime Minister Narendra Modi (Courtesy- PTI) Prime Minister Narendra Modi (Courtesy- PTI)
राहुल कंवल
  • नई दिल्ली,
  • 07 मार्च 2019,
  • अपडेटेड 9:59 PM IST

अधिकतर वोटर मानते हैं कि आने वाले लोकसभा चुनाव में बेरोज़गारी सबसे अहम मुद्दा होगा. 36% वोटरों की राय में बेरोज़गारी का मुद्दा अगले लोकसभा चुनाव में सबसे अहम मुद्दे के तौर पर उभरेगा. वहीं 23% वोटरों की राय में इस आम चुनाव में आतंकवाद सबसे बड़ा मुद्दा रहेगा. ये निष्कर्ष एक्सिस माई इंडिया की ओर से इंडिया टुडे के लिए कराए गए पॉलिटिकल स्टॉक एक्सचेंज (PSE) का है.

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PSE सर्वे के मुताबिक पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने पर हमले के लिए अधिकतर वोटर बीजेपी को श्रेय देते हैं. साथ ही भारतीय पायलट विंग कमांडर अभिनंदन की रिहाई के लिए नरेंद्र मोदी सरकार को श्रेय की हकदार बताते हैं. PSE सर्वे में अधिकतर प्रतिभागियों का मानना रहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिए बातचीत के न्योते को स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए.  

बेरोज़गारी होगा सबसे अहम मुद्दा

आने वाले लोकसभा चुनाव में कौन सा मुददा सबसे महत्वपूर्ण होगा?  इस सवाल के जवाब में सबसे अधिक 36% प्रतिभागियों ने बेरोज़गारी का नाम लिया. दूसरे नंबर पर 23%  वोटरों ने आतंकवाद के मुद्दे को लोकसभा चुनाव के लिए अहम बताया. 22% वोटरों ने किसानों से जुड़ी परेशानियों, 12%  ने भ्रष्टाचार और 7%  ने मंहगाई को अहम मुद्दा माना.

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हमले में मारे गए जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी

PSE सर्वे में 94%  प्रतिभागियों ने कहा कि उन्होंने भारतीय वायुसेना के विमानों के पाकिस्तान के अंदर जाकर बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले करने के बारे में सुना है. भारतीय वायुसेना के विमानों ने ये हमले 25-26 फरवरी की रात को किए थे. PSE सर्वे में सिर्फ़ 3% प्रतिभागियों ने कहा कि उन्होंने इस हमले के बारे में नहीं सुना.

PSE सर्वे में 66% प्रतिभागियों का मानना रहा कि भारत की ओर से पाकिस्तान के बालाकोट में किए गए एयर स्ट्राइक में “जैश-ए-मोहम्मद” के आतंकी मारे गए हैं. वहीं 8% प्रतिभागियों की राय में एयर स्ट्राइक में जैश के आतंकी नहीं मारे गए. 26% प्रतिभागियों इस सवाल के जवाब में पक्के तौर पर कुछ नहीं कह सके.  

जैश के ठिकाने पर हमले का श्रेय बीजेपी को

PSE सर्वे के मुताबिक बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकाने के सफाए के लिए 56% प्रतिभागी बीजेपी को श्रेय देते हैं. वहीं विपक्ष को इस कार्रवाई के लिए महज़ 4% प्रतिभागियों ने श्रेय दिया. 7%  प्रतिभागी ऐसे रहे जिन्होंने बीजेपी और विपक्ष दोनों को श्रेय दिया. 4% प्रतिभागियों ने कहा कि श्रेय के लिए कोई भी हक़दार नहीं है. सर्वे में 29%  इस पर कोई स्पष्ट राय व्यक्त नहीं कर सके.

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राफेल अब तक ना मिलने के लिए UPA ज़िम्मेदार  

भारतीय वायुसेना के पास अभी राफेल विमानों की मौजूदगी नहीं होने के लिए 24% प्रतिभागियों ने वर्तमान मोदी सरकार को जिम्मेदार माना. वहीं 51% प्रतिभागियों के मुताबिक इसके लिए केंद्र की पिछली मनमोहन सिंह सरकार जिम्मेदार है. इस सवाल पर 25% प्रतिभागी कोई स्पष्ट राय व्यक्त नहीं कर सके.

भारतीय पायलट की रिहाई का श्रेय मोदी सरकार को

PSE सर्वे के मुताबिक 89%  प्रतिभागियों ने भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन को पाकिस्तान की ओर से क़ब्जे में लिए जाने और रिहा किए जाने के बारे में सुना है. इस घटनाक्रम के बारे में सर्वे में हिस्सा लेने वाले 6% प्रतिभागियों ने नहीं सुना. वहीं  5% वोटर इस पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे सके.

भारतीय पायलट की रिहाई के लिए 77%  प्रतिभागियों ने नरेंद्र मोदी सरकार को श्रेय दिया. हालांकि 6% प्रतिभागियों ने इस रिहाई के लिए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान ख़ान को भी श्रेय दिया. PSE सर्वे में 4% प्रतिभागी ऐसे भी रहे जिन्होंने भारतीय पायलट की रिहाई के लिए अन्य देशों की ओर से की गई कोशिशों को श्रेय दिया. वहीं 13% प्रतिभागी इस सवाल पर कोई स्पष्ट राय नहीं जता सके.  

पाकिस्तान से बातचीत और क्रिकेट मैच को ना

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सर्वे में 58% प्रतिभागियों ने कहा कि पाकिस्तान के पीएम इमरान ख़ान की ओर से प्रधानमंत्री मोदी को बातचीत के लिए दिए गए न्योते को स्वीकार नहीं करना चाहिए. 18% प्रतिभागियों की राय में बातचीत के इस न्योते को स्वीकार करना चाहिए. 24% प्रतिभागी इस सवाल पर पक्के तौर पर कुछ नहीं कह सके.

PSE सर्वे में 53% प्रतिभागियों ने कहा कि इस साल जून में होने वाले वर्ल्ड कप क्रिकेट मैच में भारत को पाकिस्तान के साथ नहीं खेलना चाहिए. वहीं 37% प्रतिभागियों के मुताबिक भारत को पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैच नहीं खेलना चाहिए.  इस सवाल के जवाब में 10%  प्रतिभागी इस सवाल पक्के तौर पर कुछ नहीं कह सके.

PSE सर्वे 5 से 7 मार्च के बीच देशभर में 24 राज्यों में किया गया. ये सर्वे टेलीफोन पर लिए गए साक्षात्कारों पर आधारित हैं. इस सर्वे में 10,428  प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया.

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