
महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल में वोटरों के लिए लोकसभा चुनाव में किसानों की समस्याओं और बेरोज़गारी से जुड़े मुद्दे आतंकवाद के मुद्दे से कहीं बड़े हैं. महाराष्ट्र में 30% वोटर किसानों की हालत को सबसे अहम मुद्दा मानते हैं. वहीं, पश्चिम बंगाल में 42% प्रतिभागियों की नज़र में बेरोज़गारी सबसे बड़ा मुद्दा है. ये निष्कर्ष एक्सिस माई इंडिया की ओर से इंडिया टुडे के लिए कराए गए पॉलिटिकल स्टॉक एक्सचेंज (PSE) का है.
महाराष्ट्र में किसानों की बदहाली अहम मुद्दा
महाराष्ट्र के विदर्भ और मराठवाड़ा क्षेत्रों में किसानों की बदहाली की ख़बरें अक्सर सुर्खियां बनती रहती हैं. PSE सर्वे में लोकसभा चुनाव के लिए महाराष्ट्र में सबसे अहम मुद्दा कौन सा है, इस सवाल के जवाब में सबसे ज़्यादा 30% प्रतिभागियों ने किसानों की समस्याओं का नाम लिया. 27% वोटरों ने बेरोजगारी का नाम लिया अहम मुद्दे के तौर पर लिया. इसके बाद 12% वोटरों ने महंगाई, 8% ने भ्रष्टाचार और 7% ने आतंकवाद को अहम मुद्दा बताया.
पीएम के लिए मोदी सबसे आगे
लोकसभा चुनाव में केंद्र में एनडीए सत्ता में आता है तो महाराष्ट्र के 62% वोटरों की राय में नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनना चाहिए. महाराष्ट्र से नाता रखने वाले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को पीएम के लिए 13% वोटरों ने अपनी पसंद बताया. वहीं शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को 10% प्रतिभागी एनडीए से प्रधानमंत्री बनते देखना चाहते हैं.
अगर यूपीए केंद्र की सत्ता में आता है तो PSE सर्वे के मुताबिक महाराष्ट्र के 32% वोटरों ने शरद पवार को प्रधानमंत्री के लिए पहली पसंद बताया. यूपीए से प्रधानमंत्री के लिए पसंद के तौर पर राहुल गांधी का सिर्फ 28% वोटरों ने नाम लिया. महाराष्ट्र में 6% वोटरों ने ममता बनर्जी को भी पीएम के लिए अपनी पसंद बताया.
समग्र तौर पर नरेंद्र मोदी पीएम के लिए महाराष्ट्र में अधिकतर वोटरों की पसंद बने हुए हैं. मार्च PSE सर्वे के मुताबिक मोदी की लोकप्रियता में बीते 5 महीने में 6% का इज़ाफ़ा हुआ है. मार्च सर्वे में 53% वोटरों ने मोदी को पीएम के लिए पहली पसंद बताया. ये आकंड़ा जनवरी में 48% और अक्टूबर 2018 में 47% था. दूसरी ओर राहुल गांधी की लोकप्रियता में बीते पांच महीने में 4% का उतार आया है. मार्च सर्वे में राहुल को 27% वोटरों ने पीएम के लिए पहली पसंद बताया. जनवरी में 29% वोटर और अक्टूबर में 31% वोटर राहुल को पीएम के लिए अपनी पसंद बता रहे थे. एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार को मार्च सर्वे में 10% वोटरों ने अपनी पसंद बताया.
पुलवामा हमले पर मोदी सरकार के जवाब से संतुष्ट
पुलवामा हमले के बाद मौजूदा मोदी सरकार ने जिस तरह की प्रतिक्रिया दी उससे महाराष्ट्र में 69% वोटर संतुष्ट हैं. वहीं 18% वोटरों ने हमले पर मोदी सरकार की प्रतिक्रिया से खुद को असंतुष्ट बताया. इस सवाल पर 6% प्रतिभागी कोई स्पष्ट राय नहीं जता सके.
केंद्र में मोदी सरकार के कामकाज से 51% संतुष्ट
केंद्र में बीजेपी सरकार के कामकाज को लेकर PSE सर्वे में 51% वोटरों ने खुद को संतुष्ट बताया. इस साल जनवरी में और पिछले साल अक्टूबर में हुए PSE सर्वे में ये आंकड़ा 45% और 43% था. केंद्र में मोदी सरकार के कामकाज से PSE सर्वे में 29% प्रतिभागियों ने खुद को असंतुष्ट बताया. जनवरी में हुए सर्वे में मोदी सरकार के कामकाज से खुद को असंतुष्ट बताने वाले प्रतिभागी 33% थे. अक्टूबर 2018 सर्वे में ये आंकड़ा 31% था.
मेथेडोलॉजी
PSE सर्वे 13 से 20 मार्च 2019 के बीच महाराष्ट्र में किया गया. ये सर्वे टेलीफोन पर लिए गए साक्षात्कारों पर आधारित हैं. इस सर्वे में 6,625 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया.
पश्चिम बंगाल में बेरोज़गारी सबसे अहम मुद्दा
लोकसभा चुनाव के लिए पश्चिम बंगाल में सबसे अधिक 42% वोटरों ने बेरोज़गारी को अहम मुद्दा बताया. इसके बाद 19% वोटरों ने महंगाई और 14% ने किसानों की समस्याओं को अहम मुद्दों के तौर पर गिनाया. भ्रष्टाचार और आतंकवाद को 6-6% वोटरों ने अहम मुद्दा बताया.
पुलवामा हमले पर मोदी सरकार के जवाब से संतुष्ट
पुलवामा हमले के बाद मौजूदा मोदी सरकार ने जिस तरह की प्रतिक्रिया दी उससे पश्चिम बंगाल में 71% वोटर संतुष्ट हैं. हालांकि 21% वोटरों ने मोदी सरकार की प्रतिक्रिया से खुद को असंतुष्ट बताया. 8% वोटर कोई स्पष्ट राय नहीं जता सके.
राष्ट्रीय सुरक्षा मोर्चे पर बीजेपी सरकार बेहतर
राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे संभालने में अधिकतर 48% वोटरों ने बीजेपी सरकार को बेहतर बताया. वहां 12% वोटरों ने इस सवाल के जवाब में टीएमसी का नाम लिया. इस मामले में कांग्रेस को बेहतर बनाने वाले 10% वोटर ही रहे.
पीएम के लिए मोदी के बाद ममता सबसे पसंदीदा
पश्चिम बंगाल में नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री के लिए अधिकतर वोटरों की पसंद बने हुए हैं. मार्च PSE सर्वे के मुताबिक मोदी की लोकप्रियता में बीते 5 महीने में 8% का इज़ाफ़ा हुआ है. मार्च सर्वे में 54% वोटरों ने मोदी को पीएम के लिए पहली पसंद बताया. ये आकंड़ा जनवरी में 49% और अक्टूबर 2018 में 46% था. पश्चिम बंगाल के वोटरों में दूसरे नंबर पर प्रधानमंत्री के लिए पसंद राहुल गांधी नहीं ममता बनर्जी हैं. मार्च सर्वे में 23% वोटरों ने ममता बनर्जी को पीएम के लिए अपनी पसंद बताया. जनवरी सर्वे में ये आकंड़ा 25% और अक्टूबर 2018 में 21% था. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की लोकप्रियता में बीते 5 महीने में 8% का उतार आया है. मार्च सर्वे में राहुल को 12% वोटरों ने पीएम के लिए पहली पसंद बताया. जनवरी में 15% वोटर और अक्टूबर में 20% वोटर राहुल को पीएम के लिए अपनी पसंद बता रहे थे.
केंद्र में बीजेपी सरकार के कामकाज से संतुष्ट
केंद्र में बीजेपी सरकार के पिछले साढ़े चार साल के कामकाज को लेकर PSE सर्वे में 56% वोटरों ने खुद को संतुष्ट बताया. इस साल जनवरी में और पिछले साल अक्टूबर में हुए PSE सर्वे में ये आंकड़ा 55% और 51% था. केंद्र में मोदी सरकार के कामकाज से PSE सर्वे में 25% प्रतिभागियों ने खुद को असंतुष्ट बताया. जनवरी में हुए सर्वे में मोदी सरकार के कामकाज से खुद को असंतुष्ट बताने वाले प्रतिभागी 23% थे. अक्टूबर 2018 सर्वे में ये आंकड़ा 25% था.
PSE सर्वे 13 से 20 मार्च 2019 के बीच पश्चिम बंगाल में किया गया. ये सर्वे टेलीफोन पर लिए गए साक्षात्कारों पर आधारित हैं. इस सर्वे में 4,620 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया.